वाहन चालको से 100 से 300 रूपए तक भी चार्ज करते थे
BY: Ravinder Saini
जांच में पाया गया कि यह कार्य लंबे समय से चल रहा था और
ठेकेदार के कर्मचारी यहां वाहन चालको से 100 से 300 रूपए तक भी चार्ज करते थे। बताया यह भी जा रहा है कि अवैध
कार्य करने वालो लोगो से यहां मोटी रकम वूसल की जाती थी। रेड करने वाली टीम में सब
इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, एएसआई जितेन्द्र व राजबीर शामिल थे।
-नाव से आवाजाही का है ठेका
लोगो को यमुनानदी पार करने में कोई असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन की ओर से घाट का ठेका किया गया है। गुमथला घाट में नगली, संधाला व गुमथला का एरिया आता है। नियमानुसार यहां ठेकेदार को नाव चलानी होती है। जिससे ही वह लोगो को यमुनानदी पार करवाता है। इसकी एवज में प्रशासन की ओर से निर्धारित राशि वाहन चालको व अन्य लोगो से ठेकेदार ले सकता है। लेकिन नगली घाट पर बनाए गए अस्थाई रास्ते पर ही ठेकेदार द्वारा यह वसूली वाहन चालको से की जा रही थी।
-हर वर्ष चर्चा में रहते है घाट के ठेकेदार
आवाजाही घाट के ठेकेदार हर वर्ष चर्चा में रहते है। पहले भी ठेकेदारो व खनन एजेसिंयो के साथ लंबा विवाद चलता रहा। आवाजाही के नाम पर ठेकेदार खनन एजेसी संचालक से भी अपना हिस्सा मांगता था। लेकिन विवाद बढ़ गया। नौबत झगड़े तक की आई। बताया यह भी जा रहा है कि घाट पर अवैध कार्य भी होते है। यमुनानदी के रास्ते शराब माफिया भी अपना धंधा करते है, जो कि आवाजाही के ठेकेदार की मदद से होता है। पशु तस्कर व नशे का काम करने वाले भी इसी रास्ते का प्रयोग करते है।