2 दिन के लिए बैंक कर्मचारी हड़ताल पर
हड़ताल पर बैठे बैंक कर्मचारियों ने कहा कि 2 दिन की हड़ताल का आह्वान किया गया है और 2 दिन बैंक पूरी तरीके से बंद रहेंगे क्योंकि सरकार बैंकों को निजी करण की तरफ धकेल रही है और इसी को लेकर 9 यूनियन ने मिलकर इस हड़ताल की कॉल की है और इस निजीकरण का विरोध करेंगे और अगर सरकार फिर भी नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करनी पड़ी तो वह भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार जो भी नीति लेकर आती है हम उसको पूरा करते हैं और आगे भी हम इसी तरीके से अपनी सेवाएं देते रहेंगे। हमारी सरकार की यही मांग है कि निजीकरण को बिल्कुल बंद किया जाए जो हमारे सरकारी बैंक हैं उसको प्राइवेट ना किया जाए ।
पंजाब नेशनल बैंक यमुनानगर मैं अपनी सेवाएं दे रहे बैंक कर्मी राजीव ने बताया बैंक कर्मी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 2 दिन की हड़ताल पर हैं। हड़ताल और विरोध का मुख्य कारण बैंकों का निजीकरण एक दूसरे में बैंकों को मर्ज करना और केंद्र सरकार की श्रम नीतियां हैं । सरकार, बैंक कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। दरअसल पिछले दिनों केंद्र सरकार ने देश के 4 सरकारी बैंकों को प्राइवेट बैंक बनाने की बात कही थी इनमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और सेंट्रल बैंक शामिल है ।
वही इस हड़ताल से सरकारी बैंकों की ब्रांच में पैसे जमा करने, निकालने और चेक क्लियरेंस जैसे काम पर असर पड़ेगा।