-ऐसा विधायक वर्तमान समय की जरूरत
-इससे पहले कई राज्यों ने भी इसे पारित किया है
-कांग्रेस को हर कानून उस समय गलत लगता है जब वह शासन में नहीं होती
-कांग्रेस इस आदत की शिकार है कि न वो स्वीकार कर पाती है और न ही सराहना कर पाती है
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Life Haryana।पंचकूला : हरियाणा विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पर
कांग्रेस के वॉक आउट पर ओ पी धनखड़ ने कहा कि आपातकाल के समय जिस तरह से इंदिरा
गांधी ने लोगों की आवाज को दबाने का काम किया था उसी तरह से आज भी कोंग्रेस लोगों
की आवाज़ जे समर्थन में नहीं है।
संपत्ति क्षतिपूर्ति विधेयक स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान समय में इस विधेयक की जरुरत है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ओ पी धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस इस आदत की शिकार है कि न वो स्वीकार कर पाती है और न ही सराहना कर पाती है।
पंचकूला में हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओ पी धनखड़ का संपत्ति क्षतिपूर्ति विधेयक पर बयान।
उन्होंने कहा कि ऐसा विधायक वर्तमान समय की जरूरत है।
आंदोलन या प्रदर्शन के दौरान किसी सरकारी व निजी संपत्ति का नुकसान न हो इसीलिए यह विधेयक लाया गया है।
इससे पहले कई राज्यों ने भी इसे पारित किया है।
उन्होंने इस विधेयक को लाने के लिए सरकार की सराहना की।
और कांग्रेस को हर कानून उस समय गलत लगता है जब वह शासन में नहीं होती।
फिर चाहे वो CAA का हो या फिर कृषि सुधार कानून हो।
क्योंकि कांग्रेस की यह मंशा है कि अगर श्रेय मिले तो कांग्रेस को मिले और बदनामी मिले तो अन्य को मिले।
इस आदत की शिकार है कांग्रेस।
वो न स्वीकार कर पाती है और न ही सराहना कर पाती है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने रखने का हक है।
किसी दूसरे को बात को कहने से रोकने का अर्थ है की जो बात को कहने से रोकना चाहते हैं उनकी बातों में सत्यांश नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसी दूसरे को बात नहीं कहने देना यह लोकतंत्र के मूल्यों के अनुरूप नहीं हैं।
इस देश में लोकतंत्र की जड़ें बहुत गहरी हैं।
उन्होंने देश मे आपातकाल के समय के हालातों का हवाला देते हुए कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने भी लोकतंत्र में लोगों की आवाज़ को रोकने का काम किया था तब कांग्रेस पार्टी का हश्र अच्छा नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में भी कांग्रेस पार्टी इसीलिए भाग रही है क्योंकि वह लोकतंत्र में दूसरी आवाज़ को रोकना चाहती है।
उनका अपना कोई सामर्थ्य नहीं है वो किसानों की आवाज की आड़ में हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति कांग्रेस पार्टी की कभी भी गहरी आस्था नहीं रही है।
उन्होंने लोकतंत्र को अपने हिसाब से खिलौना बनाने का प्रयास किया।
उन्होंने कल विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पर कांग्रेस द्वारा वॉक आउट पर कहा कि यह व्यवहार भी यही साबित करता है की आपातकाल के समय की तरह ही कांग्रेस आज भी लोगों की आवाज़ के समर्थन में नहीं है।