घर बैठे नहीं जान सकते ऑक्सीजन का स्तर, ऐसे लोगों से रहें सावधान
आप हो सकते हैं ठगी के शिकार
REPORT BY : RANSINGH CHAHUHAN
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि साइबर क्राइम यूनिट, हरियाणा, पंचकूला द्वारा फर्जी मोबाइल ऑक्सीमीटर ऐप (Fake Oximeter Apps) के बारे आम जनता की जागरूकता हेतु परामर्श (Advisory) जारी किया गया है। परामर्श के अनुसार इंटरनेट पर कुछ यू.आर.एल./ लिंकस (URL/Links ऑक्सीजन का स्तर जांचने हेतु फर्जी मोबाइल ऑक्सीमीटर एप डाउनलोड करने का विज्ञापन कर रहे हैं। साइबर अपराधियों द्वारा यूजर्स को ठगने हेतु शरीर में ऑक्सीजन का स्तर जांचने हेतु फर्जी कोविड संबंधी ऐप बनाना शुरू किया गया है। लोगों को इस प्रकार की ऐप से ऑक्सीजन का स्तर जांचना आसान लग सकता है,परंतु यह बहुत खतरनाक है। इस प्रकार की ऐप्स निजी जानकारियों तक पहुंच बनाने हेतु गूगल प्ले,फोनपे,Paytem आदि के लिए प्रयोग किए गए फिंगरप्रिंट डाटा का प्रयोग करते हैं। यह फर्जी ऑक्सीमीटर एप यूजर्स के डाटा तक पहुंच बनाकर कपटपूर्ण गतिविधियों (Fraudulent Activities) करते हैं। लोगों को इस प्रकार की ऐप्स डाउनलोड करने से पहले पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इस प्रकार की ऐप्स आसानी से यूजर्स का डाटा हैक कर सकती है।
अपराध करने के तरीके (Modus Operandi )
यूजर इस फर्जी ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड कर लेता है,तो यह ऐप ऑक्सीजन स्तर जांचने हेतु फोन लाइट, कैमरा व फिंगरप्रिंट स्केनर का प्रयोग करती है। फिंगरप्रिंट स्केनर के साथ हैकर्स यूजर के डाटा तक पहुंच बना लेते हैं। लोग सोचते हैं कि वे इस प्रकार की ऐप से आसानी से घर बैठे अपने शरीर का ऑक्सीजन स्तर जांच सकते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। इस प्रकार की ऐप मोबाइल फोटो गैलरी में पहुंच बनाने हेतु अनुमति मांगती है, यूजर द्वारा अनुमति देने पर ऐप मोबाइल फोन में पड़ी सभी फोटो तक पहुंच बना लेती है तथा यूजर के अकाउंटस हैक कर लेती है। इस प्रकार की ऐप्स मोबाइल फोन में पड़े एस.एम.एस. भी पढ़ सकती है, जिनमें बैंक अकाउंट लेनदेन अलर्ट्स व ओ.टी.पी. होते है।
परामर्श( Advisory ):
1. इस प्रकार की कोई भी ऐप डाउनलोड ना करें, जो इस प्रकार के फर्जी दावे करती हो।
2. ऑक्सीमीटर डिवाइस में फिजिकल SpO2 ब्लड ऑक्सीजन सेंसर व फिजिकल हर्टबीट सेंसर लगा होता है, जबकि वर्तमान में मार्केट में उपलब्ध किसी भी स्मार्टफोन में यह सेंसर नहीं होते।
3. इस प्रकार की ऐप डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतें तथा ऐप डाउनलोड करने हेतु मांगी गई अनुमतियों (Permissions) की समीक्षा करें।