Haryana Chief Minister, while coming down heavily on Congress for creating ruckus in the ongoing monsoon session of the Parliament over 'phone tapping' issue said that Congress has a habit of raising allegations rather than discussing development issues.
"Our party
has nothing to do with spying or phone tapping. If at all there is any party
who has a habit of hatching spying conspiracies and destabilizing popular
governments, it is definitely Congress", said Manohar Lal while
addressing a press conference here today.
उन्होंने कहा कि कहा कि कांग्रेस लोकसभा में
विकास के मुद्दों पर चर्चा करने की बजाय अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों व वामपंथी
संगठनों द्वारा भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने का समर्थन कर
रही है,
यह
दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस द्वारा भारत की संप्रभुता व प्रतिष्ठा को चोट
पहुंचाने के इस कृत्य की मैं कड़ी निंदा करता हूं।
मुख्यमंत्री ने आज यहां प्रेस वार्ता को
संबोधित करते हुए कहा कि हमारी पार्टी का जासूसी या फोन टैपिंग से कोई लेना-देना
नहीं है। इतिहास पर नजर डाली जाए तो अगर किसी को जासूसी की साजिश रचने और सरकारों
को गिराने की आदत है,
तो वह निश्चित
रूप से कांग्रेस ही है।
Condemning, Congress for supporting Amnesty
International, an agency that had first published a report about snooping on
personal data of ministers and journalists in India with the help of Israeli
spyware called Pegasus, Manohar Lal said that in the last seven years, as
Narendra Modi led government did not give Congress a chance to raise valid
issues therefore like their previous character, this time also they hatched a
conspiracy to defame and malign the Indian democracy.
एमनेस्टी इंटरनेशनल का समर्थन करने के लिए
कांग्रेस की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एमनेस्टी इंटरनेशनल वह एजेंसी
है जिसने पहली बार पेगासस नामक इजरायली स्पाइवेयर की मदद से भारत में मंत्रियों और
पत्रकारों के व्यक्तिगत डाटा की जासूसी के बारे में रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व
वाली सरकार ने जनहित में अनेक कार्य किए हैं, इसलिए कांग्रेस के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। इस बार भी कांग्रेस
ने भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने की साजिश रची है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस तरह के
खेल खेलने बंद करे। देश उनके षडयंत्रों और उनके कृत्यों को देख रहा है। कांग्रेस
को भारत की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाकर कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी देश को
लोकतांत्रिक तरीके से चलाने में विश्वास नहीं करती। आज वे सिर्फ अंतरराष्ट्रीय
एजेंसियों और वामपंथी पोर्टल में प्रकाशित रिपोर्टों के बलबूते 'फोन टेपिंग' के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि एक समय
था जब कांग्रेस केंद्र में थी, तब उन्होंने खुद अपने नेताओं पर नजर रखने के लिए जासूसी का इस्तेमाल किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास पर नजर डालें
तो मीडिया रिपोर्टों के साथ-साथ कई ऐसे सबूत हैं जो इस बात को उजागर करते हैं कि
कैसे कांग्रेस ने न केवल अपने नेताओं बल्कि पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी सहित कई
अन्य नेताओं की जासूसी कर उन नेताओं को भी परेशान किया।
“Former Finance Minister, Pranab
Mukherjee's letter written to then Prime Minister, Dr. Manmohan Singh asking
him to conduct an enquiry against the then Home Minister, P. Chidambaram
for spying on him is also not a hidden fact,” said Manohar Lal.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में वित्त
मंत्री रहे प्रणब मुखर्जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने तत्कालीन गृह मंत्री पी.
चिदंबरम के खिलाफ उनका फोन टैप करने की बात कही थी और जांच करने के लिए कहा था, यह सच्चाई भी किसी से छिपी हुई नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं तत्कालीन
चंद्रशेखर सरकार को गिराने में भी कांग्रेस की मुख्य भूमिका से भी सभी वाकिफ हैं। उस
समय भी कांग्रेस ने हरियाणा सीआईडी के दो पुलिसकर्मियों पर स्वर्गीय राजीव गांधी
की उनके आवास 10
जनपथ के पास
जासूसी करने के झूठे आरोप लगाये थे, हालांकि कांग्रेस कभी भी अपने इन आरोपों को साबित नहीं कर पाई।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की बात करें तो
कांग्रेस ने हमेशा सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की सर्वे रिपोर्ट
का हवाला देकर हरियाणा में बेरोजगारी बढोतरी की बात कहकर राज्य सरकार पर सवाल
उठाया है,
जबकि सीएमआईई
संस्था की अपनी कोई साख नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक संसाधन सूचना
विभाग द्वारा चलाई जा रही महत्वकांक्षी योजना परिवार पहचान पत्र के तहत प्रदेश के
लगभग प्रत्येक परिवार का पंजीकरण हो चुका है जिसमें लोगों ने स्वयं बेरोजगारी को
घोषित किया है जो केवल 6
प्रतिशत है। जब
प्रदेश के लोग स्वयं बेरोजगारी दर को घोषित कर रहे हैं तो विपक्ष के नेता किस आधार
पर बोल रहे हैं कि हरियाणा में बेरोजगारी दर बढ़ रही है यह दर्शाता है कि वह केवल
झूठ की राजनीति कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया
सलाहकार विनोद मेहता,
एडीजीपी/सीआईडी आलोक
मित्तल और सलाहकार,
पब्लिक सेफ्टी, ग्रीवेंस और गुड गवर्नेंस अनिल राव सहित अन्य
वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।