माँ की बहादुरी को सलाम - आरोपी को कमरे में बंद कर पुलिस को किया फ़ोन
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : एक जुलाई को यमुनानगर में 8 साल की मासूम से हुई दरिन्दगी मामले में मासूम की माँ ने आरोपी के लिए फांसी की मांग की है। वही उस बहादुर माँ ने घटना के बाद ऐसा हौंसला दिखाया और आरोपी को सलाखों के पीछे भिजवा दिया। मासूम सर्जरी के बाद वापिस आ गई है। वही मासूम और उसके परिवार से आज चाइल्ड लाइन की डायरेक्टर अंजू वाजपई मिली और परिवार को होंसला दिया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। वही चाइल्ड लाइन डायरेक्टर को जब मासूम की माँ ने पूरी बात बताई तो उनकी टीम ने भी बहादुर माँ के जज्बे को सलाम किया। वही उन्होंने बताया कि हमारी दूसरी विजिट में भी भट्टे के मालिकों से मुलाकात नही हो पाई और न ही फोन पर बात हुई। हम इस मामले में जिला प्रशासन से मांग करेंगे कि ऐसा सर्कुलर जारी करवाएंगे की जिससे भट्टा मालिको की ऐसे मामलों में कोई जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
8 साल की मासूम अब पीजीआई चंडीगढ़ से सर्जरी करवा कर यमुनानगर घर लौट आई है। लेकिन अभी भी मासूम ख़ौफ़ में है और उसे ख़ौफ़ से बाहर निकालने और हौंसला देने आज चाइल्ड लाइन की टीम पहुंची। चाइल्ड हेल्प लाइन की डायरेक्टर अंजू वाजपई ने बताया कि बच्ची अभी बहुत छोटी है और उसने बहुत बड़ी सर्जरी का सामना करना पड़ा है । अभी बच्ची चल फिर नहीं पा रही है। इसलिए हमारा उससे मिलना भी जरूरी था कि उसके मां बाप इतना ना डर जाए कि वह बच्चे को पढ़ाना बंद कर दें या बच्चे को अंदर ही बंद कर दें। उसकी सेहत का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। इससे पहले भी जब हमारी टीम ने यहां भट्टे पर आई थी तब हमारी चंडीगढ़ टीम ने बच्ची का पीजीआई चंडीगढ़ में ध्यान रखा। हम यही चाहते हैं कि बच्चे की सेहत बिल्कुल ठीक हो और उसमें किसी तरीके का डर ना हो जिससे कि इसकी आगे की जिंदगी खराब हो जाए।
वही उन्होंने कहा कि इसकी मां ने बहुत ही बहादुरी का काम किया है। जो बहुत सारी पढ़ी-लिखी माताएं हैं शायद वह मुसीबत के समय में ऐसा नहीं कर पाती। जैसे ही बच्ची ने उसे इस घटना के बारे में बताया बच्ची ने भी बहुत हिम्मत दिखाई और वो घिसड घिसड कर खून से लथपथ हालत में अपने कमरे तक पहुंची और अपनी माँ को इस सारी घटना के बारे में बताया।
वही इस मामले में मासूम की मां ने मांग की है की आरोपी को हमारे सामने फांसी होनी चाहिए। साथ ही उसने पूरी घटना के बारे में बताया कि कैसे घटना के बाद उसने हिम्मत दिखाई और आरोपी को कमरे में बन्द कर पुलिस को सूचना दी और उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दी।