कार्यक्रम के तहत मेंहदी कला में निपुण युवतियों ने महिलाओं व युवतियों को मेंहदी लगाई..
इस अवसर पर वेद कांबोज ने बताया कि अक्सर
तीज त्यौहार के अवसरों पर महिलाओं व युवतियों द्वारा मेंहदी लगवाने की परपंरा है।
लेकिन पिछले कुछ वर्षो से यह देखने में आ रहा है कि महिलाएं पुरूषों से मेंहदी
लगवाती है। यह परपंरा हमारी संस्कृति के विरूद्ध है और समाज में कई मामलों में दोष
प्रदर्शित भी करती है। इसलिए सेवा भारती की ओर से अपनी संस्कृति को बचाएं रखने के
लिए यह पहल की गई है। जिसके तहत महिलाओं को मेंहदी लगवाने का निशुल्क कार्य किया
गया। इस दौरान महिलाओं को तीज उत्सव की बधाई भी दी गई। भविष्य में भी सेवा भारती
इस प्रकार के कार्य करेगी। इस अवसर पर धनपत सैनी, अमित कांबोज, वीरेंद्र सैनी, भगवतदयाल
कटारियां, जगमाल
रत्तनगढ़, मिथलेश रानी, नीशू, रानी देवी, आकांक्षा, दीपिका, शमा, रीतू, कमला, राजबाला, ललतेश इत्यादि
उपस्थित थी।