‘वाल ऑफ मेमोरी’
Haryana Health Minister, Anil Vij |
विज ने कहा कि ओमीक्रोन की चिंता वाजिब है और इसके लिए डब्ल्यूएचओ के साथ-साथ पूरी दुनिया चिंता कर रही है, यह कितना इनफेक्शियस है या खतरनाक है इसका अभी तक पूरी तरह से पता नहीं लगा है। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना से पीड़ित लोगों की जान बचाने में कार्य कर रहे अधिकारियों व कर्मचारियों जिनमें डॉक्टर हो, पैरामेडिकल स्टाफ हो, नर्स हो, एंबुलेंस ड्राइवर हो, जिनकी भी कोरोना के दौरान ऐसी सेवा करते हुए मृत्यु हुई है, उन लोगों की याद में स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय पर ‘वाल ऑफ मेमोरी’ बनाई गई, जिसका उन्होंने स्वयं उद्घाटन किया है।
उन्होंने कहा कि अभी तक स्वास्थ्य विभाग के 28
लोगों की जान गई है जिनमें से 27 लोगों को 50 लाख रुपये का मुआवजा
दिया जा चुका है तथा एक अन्य को जल्द
देने की कवायद जारी है। इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि
फ्रंटलाइन वर्कर जिनमें पुलिस और शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कर्मचारी भी आते हैं, वे चाहते हैं कि
पुलिस के मुख्यालय पर भी इस प्रकार की ‘वाल ऑफ मेमोरी’
बनाई जाए और यूएलबी में भी उन्होंने इस
प्रकार की ‘वाल ऑफ मेमोरी’
बनाने के लिए अधिकारियों को कहा है।
उन्होंने कहा कि यह इतिहास लिखा जाना है और इस कोरोना काल के इतिहास को लिखने के
लिए उनके द्वारा एक कमेटी का गठन भी करने के निर्देश दिए गए हैं, जो यह लिखने का काम
कर रही है कि किस प्रकार से कोरोना बीमारी के दौरान लोगों की जान बचाई गई, मेडिसिन उपलब्ध कराई
गई, ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई और किस प्रकार से लोगों को पीपीई किट्स
उपलब्ध करवाई गई और लोगों की शहादत का वर्णन भी इसमें होगा।
विज ने कहा कि उन्होंने एक सर्वे करवाया
था जिसमें कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान 30
प्रतिशत लोग हरियाणा से बाहर के थे
लेकिन फिर भी हमने एडिशनल बेड उपलब्ध करा कर उन लोगों की जान बचाने का काम किया।
इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने पानीपत व हिसार में 500- 500 बेड
के हॉस्पिटल बनाए। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए हमारे पास भी दो
लहर का अनुभव है और दूसरी लहर के दौरान 15000
संक्रमित व्यक्ति रोज आ रहे थे लेकिन
उन्हें उम्मीद है कि हमारे देश में वैक्सीनेशन का काम बहुत ज्यादा हो चुका है और
शायद थर्ड लहर ना आए लेकिन फिर भी हम उन अस्पतालों को लोकेट कर रहे हैं जहां पर
तीसरी लहर आने पर प्रयोग किया जा सके। इसके अलावा,
निजी संस्थानों से भी सहयोग लेने का काम
किया जा रहा है और मेडिकल स्टूडेंट की सेवाएं भी हमने पिछली लहरों के दौरान ली थी
और आने वाले दिनों में 980 डॉक्टरों को भी जल्द भर्ती कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पैरामेडिकल का स्टाफ
भी अगले 15 से 20 दिन में आ जाएगा। विज ने कहा कि कोरियावास, भिवानी और जींद के
मेडिकल कॉलेज का वर्क अलाट कर दिया गया है और यमुनानगर, सिरसा और गुरुग्राम
के मेडिकल कॉलेज का कार्य प्रक्रियाधीन है।
विज ने कहा कि अभी तक बूस्टर डोज के
संबंध में केंद्र सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं
हेल्थ मिनिस्टर हैं और दूसरी लहर के दौरान वे स्वयं अंबाला के सिविल अस्पताल में
भर्ती हुए और जिद करके वे पीजीआईएमएस में गये लेकिन फिर लोग उन्हें मेदांता में ले
गये।
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