जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक आयोजित
CITY LIFE HARYANA | रोहतक : लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार एवं नगराधीश ज्योति मित्तल ने नाबार्ड की जिला के लिए वर्ष 2022-23 के लिए संभाव्यक्ता युक्त ऋण योजना का विमोचन किया। यह योजना भारत सरकार, राज्य सरकार, भारतीय रिजर्व बैंक, राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के दिशानिर्देशों एवं विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श के बाद बनाई गई है। उन्होंने सभी बैंक योजनाओं एवं लंबित ऋण आवेदनों की भी समीक्षा की। उन्होंने बैंक अधिकारियों को लंबित आवेदनों को जल्द निपटाने के आदेश दिये एवं ऋण योजना के इस वित्त वर्ष के लक्ष्य को भी पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बैंक अधिकारियों को स्वनिधि योजना के अंतर्गत त्वरित ऋण देने के निर्देश दिये तथा गांवो में ज्यादा वित्तीय साक्षरता कैंप लगाने को भी कहा।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक विजय राणा ने बताया की जिला के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 5145.05 करोड़ रुपए की ऋण योजना बनाई गई है। इसमें 1873.52 करोड़ रुपए का प्रावधान फ़सली ऋण एवं 871.59 करोड़ रुपए का प्रावधान कृषि संबंधी अन्य गतिविधियों जैसे डेयरी, पौल्ट्री, मछली पालन, सिंचाई, भूमि विकास, कृषि यंत्रीकरण, भंडारण के लिए किया गया है। इसके अतिरिक्त लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के लिए 1619.50 करोड़ रुपए। अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र जैसे कि शिक्षा, आवास, ऊर्जा के नवीनीकरण स्त्रोत आदि के लिए 780.42 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राणा ने बताया कि नाबार्ड ने वर्ष 2019-20 से 2022-23 तक के लिए जिला के लिए क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत डेयरी एवं पॉल्ट्री की लिए अलग योजना बनाई है तथा मॉडल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बैंक अधिकारियों को दी जा रही है ताकि वे किसानों को ऋण देने में सहायता कर सके। उन्होंने बैंकों को नाबार्ड द्वारा भंडारण के लिए दी जा रही सब्सिडी एवं कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ़) के बारे में भी जानकारी दी।
बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक से शालिनी जैन ने बैंक अधिकारियों को सीडी रेसो एवं रिजर्व बैंक के नए दिशानिर्देशों के बारे में अवगत कराया। एलडीएम अरुण कुमार ने बताया कि जिला की वार्षिक ऋण योजना के अनुसार वर्ष 2022-23 के लक्ष्य मार्च से पहले सभी बैंक को दे दिये जाएंगे। उन्होंने इस तिमाही में विभिन्न बैंको द्वारा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में दिये गए ऋण की जानकारी दी। बैठक में पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी सर्कल हेड अनिल यादव, एनआरएलएम से प्रवीण कुमार, कृषि विभाग से विनोद हुड्डा एवं सभी बैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया।