जज्बे को सलाम - निगम के खिलाफ दो दिन की भूख हड़ताल पर बैठे 80 साल के बलबीर सिंह
BY, Rahul Sahajwani
यमुनानगर | NEWS - नगर निगम की कारगुजारियों व प्रोपर्टी आईडी, परिवार पहचान पत्र, डिवलपमेन्ट चार्जेज के ख़िलाफ़ अब 80 साल के बुज़ुर्ग ने मोर्चा खोल दिया। 80 साल के बुज़ुर्ग बलबीर सिंह नगर निगम के बाहर दो दिन की भूख हड़ताल पर बैठ गए है। उन्होंने कहा कि वो नगर निगम को जगाने के लिए और जनता में चेतना लाने के लिए भूख हड़ताल पर है। निगम की गलतियों की वजह से आज हर कोई बार बार निगम के चक्कर काट रहा है। उन्होंने कहा की सर्वे कंपनी ने सारा सर्वे गलत किया और खमियाजा आम जनता भुगत रही है।
नगर निगम की वजह से जनता परेशान हो रही है। 80 साल के बुजुर्ग अब समस्याऐं के समाधान को तलाशने निकले है और निगम के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए है । 80 साल के बुजुर्ग बलबीर सिंह जो कि पेशे से वकील है और आगाज संस्था के संस्थापक है। उन्होंने बताया कि नगर निगम की वजह से आज हर कोई परेशान है। परिवार पहचान पत्र में लोगों की आय ज्यादा दिखाई गई और बुजुर्गों की पेंशन काट दी गई । इसी तरीके से पहले से बनी हुई कॉलोनियों में भी डेवलपमेंट चार्ज वसूले जा रहे हैं। प्रोपर्टी आईडी के नाम पर जो सर्वे किया गया वह भी गलत सर्वे किया गया। जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है और बार - बार नगर निगम के चक्कर काटने पर मजबूर है। जब भी कोई निगम में आता है तो उसे ऑब्जेक्शन लगवाने के लिए कहा जाता है जबकि सारी गलती निगम की है। महंगाई के दौर में टैक्स पर टेक्स्ट थोपे जा रहे हैं। इन सभी मुद्दों को लेकर 2 दिन की भूख हड़ताल पर बैठे है।
अब देखना होगा कि 80 साल के बुजुर्ग की भूख हड़ताल के बाद नगर निगम की कारगुजारी में कोई बदलाव नजर आएगा या फिर वही ढाक के तीन पात वाली बात होगी। आज की भूख हड़ताल को कई सामाजिक संगठनों और कई राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है।