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𝐑𝐚𝐝𝐚𝐮𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : कच्ची रशीदे दिए जाने का मामला गंभीर, निष्पक्ष जांच के लिए हैंड राईटिंग की जांच होनी चाहिए- सतीश बठला

इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा ने बताया कि वह सुबह यमुनानगर नगर निगम में जांच पर थे, इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि रादौर मेले में नपा की ओर से कुछ कच्ची रशीदे काटकर दुकानदारों को दी गई है, जिसमें गबन की आशंका है !



रादौर, डिजिटल डेक्स।। जाहरवीर गोगा मेड़ी मेले में नपा कर्मचारियों द्वारा दुकानदारों को कच्ची रशीदे थमाए जाने की सूचना पर सीएम प्लाइंग की टीम ने मेला परिसर व नपा कार्यालय में रेड़ की। 

इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पहले मेला परिसर में जाकर दुकानदारों को दी गई कच्ची रशीदों की जांच की। जिसके बाद टीम ने नपा कार्यालय का रिकार्ड खंगाला। 

जिससे नपा कार्यालय में हडकंप मच गया। टीम को इस दौरान 4 कर्मचारी भी कार्यालय से नदारद मिले। शुरूआती जांच में कच्ची रशीदों के आधार पर गबन किए जाने का मामला सामने आ रहा है। 

जांच के दौरान टीम के हाथ दो प्रकार की कच्ची रशीदे लगी है जिसमें कुछ दुकानों की बोली वाले दिन की है तो दूसरी उसके बाद की बताई जा रही है। 

बोली वाले दिन की रशीदों पर किए गए हस्ताक्षर व तारिख स्पष्ट दिखाई दे रहे है जबकि बाद में काटी गई रशीदे किस कार्य के लिए काटी गई, इसके तथ्य सामने नहीं आए है। 

टीम के हाथ ऐसी 19 रशीदे लगी है। उन रशीदों पर किए गए हस्ताक्षर भी स्पष्ट नहीं है। जिनका कोई रिकार्ड नहीं मिला। जिसको लेकर टीम ने मामला दर्ज करवाए जाने की बात कहीं है। 

फिलहाल टीम जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट करने की बात कह रही है। कार्रवाई के दौरान एसडीओ पब्लिक हैल्थ रवि नायक को डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। जिनकी देखरेख में जांच का कार्य किया गया।

इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा ने बताया कि वह सुबह यमुनानगर नगर निगम में जांच पर थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि रादौर मेले में नपा की ओर से कुछ कच्ची रशीदे काटकर दुकानदारों को दी गई है। 

जिसमें गबन की आशंका है। सूचना पाकर वह मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान कुछ कर्मचारी छुट्टी पर भी मिले तो 4 कर्मचारी कार्यालय से नदारद पाए गए है। जिनके बारे में जांच जारी है। 

जांच के दौरान उन्हें दुकानदारों को दी गई दुकानों की बोली की कच्ची रशीदे मिली है। जिनके बारे में कर्मचारी आनलाईन रशीदे काटने का नियम बता रहे है। 

इनमें से फिलहाल 32 रशीदे पोर्टल पर दर्ज की हुई पाई भी गई है। बाकी की जांच की जा रही है। बोली के अलावा भी दुकानदारों को दी गई अन्य छोटी रशीदे भी काटी गई है। जांच में ऐसी 19 रशीदे उन्हें मिली है। 

जिनका कोई रिकार्ड नहीं पाया गया है। इसको लेकर मामला दर्ज करवाया जाएगा। जांच पूरी होने पर जिस प्रकार की खामियां पाई जाएगी उसके अनुसार रिर्पोट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।


कच्ची रशीदे दिए जाने का मामला गंभीर, निष्पक्ष जांच के लिए हैंड राईटिंग की जांच होनी चाहिए 

जनहित याचिकाकर्ता सतीश बठला ने कहा कि दुकानदारों को कच्ची रशीदे दिए जाने का मामला गंभीर है। किसी भी सरकारी कार्य में इस प्रकार रशीदे देना गलत है। 

रशीदों पर न तो नगरपालिका की स्टैंप लगी हुई है और न ही उन पर नगरपालिका का कोई चिह्न अंकित है। ऐसे में यह रशीदे किसने काटी और किस कार्य के लिए काटी इसका स्पष्ट होना जरूरी है। 

रशीदे किस कर्मचारी के द्वारा काटी गई है उसकी जांच के लिए सभी कर्मचारियों की हैंड राईटिंग की जांच की जा सकती है। जिससे जांच में आसानी होगी। 

उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर तो सरकारी कार्यो में पारदर्शिता लाने के लिए आनलाईन व्यवस्था अपना रही है वहीं दूसरी ओर कर्मचारी इस प्रकार के कार्य कर सरकार के इस कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। 

इसलिए इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।

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