क्षत्रिय एकता महासभा यमुनानगर की आयोजित हुई बैठक - पूर्व राज्य मंत्री की अभद्रता पर जताया रोष
बैठक में क्षत्रिय एकता महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री को ज्ञापन भेजकर पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग करने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता क्षत्रिय एकता महासभा के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र कुशवाहा ने की।
महासभा के प्रवक्ता संजीव चौहान ने बताया कि समाज पूर्व मंत्री कर्णदेव की बदतमीजियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। राजपूत समाज ने हमेशा से भाजपा को ही वोट किया है। परन्तु अब भाजपा को राजपूत समाज की आवश्यकता नहीं है। इसलिए भाजपा के नेता समाज का लगातार अपमान कर रहे हैं।
भाजपा के नेता राजपूत समाज या उनके नेताओं के खिलाफ कुछ भी बोल देते हैं। यह अपमान समाज अब बर्दाश्त नहीं करेगा। ऐसा लगता है भाजपा के नेताओं द्वारा समाज के खिलाफ एक मुहिम चला रखी है। इस मुहिम का खामियाजा भाजपा लोकसभा चुनावों में भुगत चुकी है, बाकी कसर विधानसभा चुनावों में पूरी कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री व ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कर्ण देव कांबोज ने भाजपा कार्यकर्ताओं की मीटिंग में राजपूत समाज के पूर्व विधायक व सम्मानित नेता श्याम सिंह राणा के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जब भाजपा में जब तक ऐसे नेता रहेंगे तब तक भाजपा का भला नहीं हो सकता। आश्चर्य की बात ये भी है कि इस मीटिंग में पूर्व मेयर मदन चौहान, समाज कल्याण बोर्ड की पूर्व चेयरमैन रोजी मलिक, भारत भूषण जुयाल और संघ के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। इसके बावजूद किसी ने भी कर्णदेव काम्बोज का विरोध नहीं किया। क्या कर्णदेव काम्बोज इतने मजबूत नेता हैं कि उनको किसी दूसरे समाज के नेताओं की परवाह नहीं है।
क्षत्रिय एकता महासभा के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र कुशवाह ने कहा कि श्याम सिंह राणा सर्व समाज के नेता हैं। उनका सभी समाज में भरपूर सम्मान है। महासभा कर्णदेव काम्बोज को खुली चुनौती देती है अगर वो इतने बडे“ नेता हैं तो श्याम सिंह राणा के खिलाफ आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़कर देख लें। उनको अपनी औकात पता चल जाएगी। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी इन्होंने श्याम सिंह राणा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। तब इनका पुतला भी समाज के द्वारा जलाया गया था।
क्षत्रिय एकता महासभा भाजपा से मांग करती है कि कर्णदेव काम्बोज को सभी पार्टी पदों से मुक्त करके पार्टी से निकाला जाए, ताकि भविष्य में ऐसे नेताओं से पार्टी को नुकसान ना उठाना पडे़।
उन्होंने बताया कि क्षत्रिय एकता महासभा इस मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडोली, मुख्यमंत्री नायब सैनी, पार्टी के आॅबर्जवर सतीश पूनिया व धर्मेन्द्र प्रधान को पत्र लिखकर ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर किए जाने की मांग करेगी। इस मौके पर मास्टर जंगशेर सिंह, योगेन्द्र चौहान, नीरज राणा, सुन्दर राणा, राज राणा, डा. कंवरपाल, सुभाष राणा, जोनी राणा, संजीव राणा, राजेश राणा, रामबीर सिंह, योगेश आदि उपस्थित रहे।