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𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐃𝐞𝐬𝐤 : वायरस HMPV से चिंता करने की जरूरत नहीं- आरती सिंह

Haryana Health Minister, Ms. Arti Singh Rao, reassured the public that there have been no reported cases of Human Metapneumovirus (HMPV) infection in the state. However, she emphasized that the health department is fully alert and prepared for any eventualities. The Minister has directed all civil surgeons to make necessary arrangements for the treatment of influenza, HMPV, Respiratory Syncytial Virus (RSV), and other respiratory diseases.


हरियाणा, डिजिटल डेक्स || हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि हरियाणा में एच.एम.पी.वी से संक्रमण का कोई केस नहीं है , फिर भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। उन्होंने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को इन्फ्लूएंजा, एचएमपीवी ( HMPV), आरएसवी (RSV) एवं सांस से संबंधी अन्य बीमारियों के इलाज के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दे दिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि उनके दिशा -निर्देश पर स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक की ओर से भी सिविल सर्जन को एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि वे एचएमपीवी समेत उक्त बीमारियों के प्रति अपने -अपने क्षेत्र में सतर्क रहें और प्रभावी तैयारी सुनिश्चित करें।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आश्वस्त किया कि चीन में सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि को लेकर चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, इसमें ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के कारण होने वाली बीमारियां भी शामिल हैं, एक बयान में मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि चीन में सबकुछ ठीक है और भारत श्वसन संक्रमणों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है !


सभी स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू कॉर्नर बनाए जाएं। यह भी कहा गया है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि फ्लू कॉर्नर के लिए नामित स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त संख्या में दवा , उपकरण , ऑक्सीजन तथा वेंटिलेटर हों एवं प्रशिक्षित कर्मचारियों की ड्यूटी लगातार रोटेशन में लगाएं।

कुमारी आरती सिंह राव ने बताया कि इन केंद्रों के प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ओस्टेलमाविर 75, 45 , 30 मिलीग्राम और सिरप के साथ-साथ पीपीई, एन-95 मास्क, अभिकर्मक किट ( Reagent Kit) वीटीएम ( VTM) आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जिला स्वास्थ्य अधिकारी इन स्पेशल केंद्रों में मौसमी इन्फ्लूएंजा और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए समर्पित बिस्तर ( Dedicated Bed) सुनिश्चित करें। सभी स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी ड्यूटी के दौरान बार -बार हाथ धोएं तथा जिनको खांसी ,जुकाम के लक्षण हों , वे मास्क पहनें।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिला निगरानी इकाई ( District Surveillance Unit) को अपने क्षेत्र में इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों से मेल करती बीमारियां तथा सांस के गंभीर लक्षणों के रुझान पर निगरानी रखें और जरुरत पड़ने पर गंभीर मामलों में सैंपल की जांच करवाएं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश के लोगों में सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूकता की गतिविधियों को बढ़ाना, साँस लेने तथा हाथों की स्वच्छता के पालन के बारे में सचेत करने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने सिविल सर्जन यह निर्देश भी दिए हैं बुजुर्गों , बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाए और स्थानीय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA के पदाधिकारियों से मीटिंग कर उनसे नियमित जानकारी प्राप्त कर विभाग को प्रतिदिन रिपोर्ट करें।

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