रिश्वत लेते पकडे गए चीफ सैनिटरी इंस्पेक्टर को कोर्ट में किया पेश , भेजा दो दिन के रिमांड पर
हरियाणा के यमुनानगर में नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल नैन और उसके एक दोस्त को स्टेट विजिलेंस की टीम ने 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जिसे आज कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर भेजा गया है।
चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल नैन ने कहा है कि यह कार्य इंजीनियर विभाग का था , मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है । मुझ पर झूठा इल्जाम लगाया गया है । मैं कोर्ट में इसका जवाब दूंगा।
क्या है पूरा मामला
यमुनानगर नगर निगम में सफाई के ठेके के लिए टेंडर कॉल किए गए थे । जिसमें जिंदल कुमार ने भी आवेदन किया था। जिंदल कुमार भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जंगशेर का भाई है। जिंदल ने स्टेट विजिलेंस में दी शिकायत में बताया कि उसने सफाई ठेकेदार के रूप में टेंडर भरा था । जिसमें चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर ने उसे कहा कि अगर उसने 3 लाख नहीं दिए तो उसके आवेदन में कमी निकाल कर रिजेक्ट करवा दिया जाएगा। टेंडर कैंसिल होने के डर से उसने एक लाख पहले दे दिए और अब 2 लाख और मांगे गए थे। जिस पर उसने स्टेट विजिलेंस को शिकायत की। विजिलेंस की टीम ने प्रशासनिक अनुमति के बाद जिंदल को 2 लाख की राशि के साथ चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल नैन के पास भेजा। जहां चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल नैन ने ससोली रोड पर यह राशि ली । और जैसे ही विजिलेंस टीम को जिंदल ने इशारा किया विजिलेंस टीम ने मौके पर ही दोनों को हिरासत में ले लिया और उनसे 2 लाख बरामद कर लिए । स्टेट विजिलेंस के इंस्पेक्टर जयपाल ने बताया की अनिल नैन को 2 लाख के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अधिकारी ने 9 तारीख को भी एक लाख रूपये लिए थे । अब यह पैसे कहां बांटने थे और एक लाख कहा है इस संबंध में पूछताछ करनी है। जिसके लिए 2 दिन का रिमांड लिया गया है ।