महोत्सव की साज-सज्जा के लिए देसराज ने नि:शुल्क भेंट किए फुल
फुल विक्रेता देसराज ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पिछले कई वर्षों से टेंडर लेकर फुलों से सम्बन्धित साज सज्जा करने का काम कर रहे है। इस बार बेशक उन्हें टेंडर नहीं मिला, लेकिन दुसरे माध्यम से जब वे महोत्सव में फुलों की कुछ सजावट करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने पुरुषोतमपुरा बाग आरती स्थल के पास एक फलैक्स को देखा। इस फलैक्स पर करीब 30 से ज्यादा संस्थाओं के नाम अंकित थे, जिन्होंने बिना किसी स्वार्थ के प्रशासन को महोत्सव में बढ़चढक़र सहयोग किया। इस फलैक्स को देखने के उपरांत मन प्रभावित हुआ और नि:शुल्क रुप से महोत्सव में फुलों से साज-सज्जा करने का मन बनाया।
देसराज ने कहा कि महोत्सव में फुलों की डेकोरेशन का कार्य नि:शुल्क रुप से करने के लिए उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ से मिले और उपायुक्त ने सहर्ष उनका प्रस्ताव स्वीकार किया। इसके उपरांत देसराज ने श्रीकृष्ण अर्जुन रथ, ब्रहमसरोवर आरती स्थल और गीता उपदेश स्थली ज्योतिसर में फुलों से साज सज्जा की है। इस साज-सज्जा पर तकरीबन 450 किलो लड्डु गेंदा, गुलदावरी और ग्रीन लड़ी का प्रयोग किया। इनकी कीमत केडीबी द्वारा दिए गए टेंडर के अनुसार तकरीबन 30 हजार रुपए बनती है। यह कार्य करने से उनके मन को संतुष्टी मिली। इनमें से अधिकतर फुल उनके फार्म हाउस से प्रयोग किए और कुछ किलोग्राम फुल बाहर से खरीदने पड़े।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 में शहर की समाज
सेवी संस्थाओं ने एक-दूसरे से बढक़र प्रशासन का सहयोग करने का मन बनाया। इन
संस्थाओं के सहयोग से जहां अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का दीपोत्सव अपनी अनोखी
छाप छोड़ गया, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी महोत्सव में संस्थाओं की
भागीदारी पर उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ के साथ-साथ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के
अधिकारियों की खुले मन से प्रशंसा की है। अहम पहलू यह है कि यह पहली बार हुआ जब
मुख्यमंत्री ने महोत्सव के किसी भी मंच से संस्थाओं की भागीदारी होने पर प्रशासन
की प्रशंसा की है। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने महोत्सव में अनुकरणीय योगदान देने
पर सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों और सदस्यों का आभार व्यक्त किया है।
-महोत्सव में किन-किन संस्थाओं ने दिया योगदान
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 में गीता ज्ञान
संस्थानम, श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति, श्रीजयराम विद्यापीठ, प्राचीन मुल्तान
सभा, श्री स्थाणु सेवा मंडल, डोनर्स फांउडेशन, श्री स्थाणेश्वर
महादेव मंदिर, श्री रविदास मंदिर, रोटरी क्लब, गीता धाम, सर्वे भवंतू सुखिन:, वात्साल्य वाटिका, प्रजापति कुम्हार सभा, सैनी समाज सभा, रोड़ धर्मशाला, कश्यप राजपूत सभा, टांसपोर्ट एसोसिऐशन, ग्राम पंचायते, गुर्जर धर्मशाला, मानवता वादी विश्व संस्थान, भारत विकास परिषद, अग्रोहा विकास
ट्रस्ट, श्री तिलकराज कैथल, शिव शक्ति सेवा मंडल, दु:खभंजन मंदिर, महाराज अग्रसैन शिक्षा सम्मान योजना, श्री वैश्य
अग्रवाल पंचायत, राधा-कृष्ण सेवा ट्रस्ट मथुरा, पूर्वांचल छट पर्व
महासभा, योग वेदांत सेवा समिति, विवांता होटल ज्योतिसर, हरियाणा ब्राहमण
धर्मशाला एवं छात्रावास सहित अन्य संस्थाओं ने अपना योगदान दिया।