हरियाणा में नशा कारोबारियों का नेटवर्क ध्वस्त करवाने के लिए मोबाइल पर साझा करें जानकारी
डीजीपी यादव ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा है कि नशा कारोबारियों के नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए, पुलिस का साथ देते हुए नशे की बिक्री, खपत और उपयोग संबंधित जानकारी मोबाइल नंबर - 7087089947, टोल फ्री नंबर – 1800-180 1314 और लैडलाइन नंबर – 01733- 253023 पर साझा करें।
हरियाणा पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हमारे समाज में ड्रग्स
के लिए कोई जगह नहीं है। मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ हमारा अभियान लगातार जारी
रहेगा, ताकि नशे के खतरे से युवकों को बचाया जा सके, इसके अतिरिक्त युवाओं को नशे
के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
मनोज यादव ने आज यहां खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस द्वारा 2020 में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कुल 3024 मामले दर्ज किए, जबकि 2019 में 2645 मामले दर्ज हुए थे। जब्त मादक पदार्थ की मात्रा भी 2019 की तुलना में गत वर्ष 41.5 फीसदी अधिक रही। जनवरी से दिसंबर 2020 के बीच पुलिस द्वारा कुल 22569 किलोग्राम अफीम, चरस, सुल्फा, चूरा व डोडापोस्त, स्मैक, गांजा और हेरोइन जब्त की गई।
पकड़े गए नशे बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पुलिस ने 225 किलो अफीम, 250 किलोग्राम चरस/सुल्फा, 12828 किलोग्राम से अधिक चूरा व डोडापोस्त, 8 किलो 253 ग्राम स्मैक, 9223 किलोग्राम से अधिक गांजा और 33 किलो 198 ग्राम हेरोइन जब्त की।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी को रोकते हुए नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यह हमारी पुलिस टीमों के प्रयासों के साथ-साथ अंतर-राज्यीय स्तर पर सूचना के आदान-प्रदान के कारण ही संभव हुआ है कि 2019 की तुलना में बीते साल गिरफ्तारियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। हमने एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रदेश से भारी मात्रा में नशा जब्त कर नशा कारोबारियों के मंसूबों को ध्वस्त किया। स्पेशल टास्क फोर्स सहित हमारी फील्ड इकाइयों ने राज्य में सभी प्रकार के नशीले पदार्थों की संभावित आपूर्ति को रोका।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप पुलिस लगातार मादक पदार्थ की तस्करी पर अंकुश लगा रही है। उन्होंने बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत अधिकतम 713 मामले सिरसा में दर्ज किए गए, जिसके बाद फतेहाबाद में 326, गुरुग्राम में 224, कैथल में 164, हिसार में 162, रोहतक में 157 और पानीपत में 131 मामले दर्ज किए गए।