मिल्क माजरा गधोला टोल प्लाजा पर मनाया गया किसान महिला दिवस
किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर पर सवार होकर पंचकूला रुड़की नेशनल हाईवे गधोला मिल्क माजरा टोल पर पहुंची महिलाएं , सैकड़ों की संख्या में इकठा होकर किसानों के समर्थन में पहुंची। महिलाओं के साथ साथ छोटे बच्चे भी इस आंदोलन में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए नजर आए । धरने पर बैठे महिलाओं का कहना है कि वैसे तो महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है लेकिन आज किसान महिला दिवस मनाने का फैसला लिया गया है ।
आज विभिन्न गांव से महिला किसान अपने हक की लड़ाई के लिए यहां पर इकट्ठा हुई हैं। महिला किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो तीन काले कानून किसानों के ऊपर लागू किए हैं उनके विरोध में यहां किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रदर्शन करने के लिए यहां पर इकट्ठा हुए हैं। इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है कि वैसे तो 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन अब 18 जनवरी को हर साल महिला किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा
वही किसानों के धरने पर पहुंची महिलाओं का कहना है कि हमारे यहां पहुंचने पर किसान भाइयों द्वारा हमारा पूरा सम्मान किया गया । आज तक इससे ज्यादा सम्मान कहीं और शायद हमें नहीं दिया गया, जितना यहां पहुंचने पर किसान भाइयों द्वारा दिया गया । उन्होंने कहा कि महिला किसान दिवस हर साल मनाया जाएगा। शहर की महिलाएं हैं वह पढ़ी-लिखी होती हैं , उनको अपने हक के बारे में जानकारी होती है । लेकिन गांव की महिलाओं को जागरूक करने के लिए आज हम महिला किसान दिवस मना रहे हैं ताकि गांव की महिलाएं अपने हक के लिए ओर जागरूक हो सके, उन्हें पता चल सके कि हमारे लिए क्या अच्छा है क्या नहीं हमारे देश में बहुत सी कृतियां हैं । हम इस महिला किसान दिवस को मनाते हुए गांव की महिलाओं को जागरूक करेंगे तो हमारे देश की हर महिला जागरूक होगी ओर भारत का नाम ऊंचा करेगी ओर भारत दुनिया में एक अवल नंबर पर आ जाएगा ।