MP Dipendra Huda and Agriculture Minister Narendra Tomar sharp tip - cast in Rajya Sabha
BY: Ran
Singh Chauhan
यह गैर राजनीतिक
आंदोलन है और इसका नेतृत्व किसान संगठन कर रहे हैं। किसान ही इसका कप्तान है और
किसान ही इसका नायक है। किसान आंदोलन को एक राज्य तक सीमित बताने के कृषि मंत्री
के वक्तव्य पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा सारे देश में
किसान आंदोलन फैल गया है लेकिन लगता है कृषि मंत्री को इसकी खबर नहीं है।
दीपेन्द्र हुड्डा
ने कहा कि सदन में कृषि मंत्री का जवाब निराशाजनक रहा। सरकार ने किसानों की मांगों
को सिरे से नकार दिया। सरकार द्वारा इस आंदोलन को जो अलग-अलग परिभाषाएं दी जा रही
हैं, किसानों का उससे बड़ा
अपमान देश के किसान का नहीं हो सकता। अगर किसान की आवाज उठाने पर मंत्री नाराज
होते हैं तो 100 बार हों,
वो अपने फर्ज से पीछे नहीं हटेंगे किसान की
आवाज़ को बुलंद करते रहेंगे।
- सारांश..
राज्य सभा में
सांसद दीपेंद्र हुड्डा व कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर में हुई तीखी नोंक-झोंक
• अगर किसान की
आवाज उठाने पर मंत्री नाराज होते हैं तो 100 बार हों, वो अपने फर्ज से पीछे नहीं हटेंगे किसान की आवाज़ को बुलंद करते रहेंगे
• किसान आंदोलन को
सिर्फ एक राज्य तक सीमित बताने पर दीपेंद्र हुड्डा ने आपत्ति जताई
• कृषि मंत्री इस
बात पर भी नाराज़ दिखे कि उनको अभी तक न किसान नेता न विपक्ष ये समझा पाया कि इन
कानूनों में गलत क्या है
• दीपेंद्र हुड्डा
ने कहा हम कृषि कानूनों को किसानों के नजरिये से पढ़ रहे हैं और सरकार बड़े धनाढ्यों
के नजरिये से पढ़ रही, इसीलिये उसे
इनमें कमी नहीं दिख रही है
• तथ्यों के विपरीत
कृषि मंत्री के बोलने पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हम यहां सरकार का झूठ नहीं
सुनेंगे
• दीपेंद्र हुड्डा
ने सदन को बताया हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार ने MSP
से नीचे खरीद करने पर
कानूनी कार्रवाई और सजा का प्रावधान किया
• दीपेंद्र हुड्डा
ने बताया हुड्डा कमेटी ने सिफारिश की थी कि देश में मंडियों का विस्तार हो और
मौजूदा 23 से बढ़ाकर और भी
फसलों व सब्जियों पर एमएसपी सुनिश्चित की जाए
सांसद दीपेंद्र पर निशाना साधते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि किसान संगठन हों या विपक्ष, कोई भी इन कानूनों की कमियां नहीं बताया पाया। इस पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हम इन कृषि कानूनों को किसानों के नजरिये से पढ़ रहे हैं और आप बड़े धनाढ्यों के नजरिये से पढ़ रहे हैं, इसीलिये आपको इनमें कमी नहीं दिख रही है।
जब कृषि मंत्री ने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट पर तथ्यों के विपरीत बोलना शुरू किया तो दीपेंद्र हुड्डा ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार ने APMC एक्ट में ये प्रावधान किया कि अगर कोई प्राईवेट कंपनी MSP से नीचे खरीद करती है तो उस पर कानूनी कार्रवाई और सजा होगी। उन्होंने कृषि मंत्री को राज्य सभा में चुनौती देते हुए कहा कि सरकार भी अपने कानून में MSP से नीचे खरीद पर कानूनी कार्रवाई और सजा का प्रावधान करे। दीपेंद्र हुड्डा ने तीखा विरोध करते हुए कहा कि हम यहां सरकार का झूठ नहीं सुनेंगे। कृषि मंत्री को कोई जवाब नहीं सूझा और वो विषय से पल्ला झाड़ते नजर आये।
राज्य सभा में भारी हंगामे और शोर-शराबे के बीच दीपेंद्र हुड्डा ने सदन को बताया हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार ने MSP से नीचे खरीद करने पर कानूनी कार्रवाई और सजा का प्रावधान किया। इसके अलावा हुड्डा कमेटी ने सिफारिश की थी कि देश में मंडियों का विस्तार हो और मौजूदा 23 से बढ़ाकर और भी फसलों व सब्जियों पर एमएसपी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने किसानों के हित में बहुत सारे फैसले लिये और किसान विरोधी 2 काले कानून भी खत्म किये। हरियाणा में कर्जा वसूली के लिये न कोई किसान गिरफ्तार होगा न किसान की जमीन नीलाम होगी। इस बात को हरियाणा का एक-एक किसान जानता है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा आंदोलनकरी किसानों को गद्दार, देशद्रोही कहती है। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या भाजपा सरकार 12 दौर की वार्ता गद्दारों से करती रही। उन्होंने सरकार से कहा कि वो अपनी जिद व अहंकार छोड़े और किसानों की मांगे माने।