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रादौर - गुमथला में किसान महापंचायत के बाद गुमथला करनाल मार्ग पर किसानो ने लगाया जाम

मांगो को लेकर राष्ट्रपति के नाम किसानो ने सौंपा ज्ञापन, सरकार से की कृषि अध्यादेशो को वापिस लिए जाने की मांग

BY: Ravinder Saini 


City Life Haryanaरादौर :  कृषि कानूनो व अन्य किसान मुद्दो को लेकर गुमथला अनाज मंडी में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र से सैंकड़ो की संख्या में किसानो ने भाग लिया। गुमथला अनाज मंडी में आयोजित की गई इस किसान महापंचायत को इनेलो व कांग्रेस पार्टी की ओर से भी समर्थन मिला। कांग्रेस पार्टी की ओर से विधायक डा. बीएल सैनी व इनेलो की ओर से पूर्व विधायक श्यामसिंह राणा किसानो को समर्थन देने पहुंचे।

महापंचायत के बाद किसानो ने संयुक्त किसान मोर्चो के आह्वान पर किए गए चक्का जाम में भाग लेते हुए गुमथला करनाल मार्ग पर जाम लगाया और किसान धरना देकर सडक़ मार्ग पर बैठ गए। किसान महापंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह ने की। जबकि नेतृत्व पूर्व जिला परिषद सदस्य शिवकुमार संधाला ने किया। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से डीएसपी रजत गुलिया, बीडीपीओ कवंरभान नरवाल व थाना प्रभारी धर्मपाल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे। सडक़ मार्ग पर जाम न लगे इसके लिए प्रशासन की ओर से पहले से ही प्रबंध कर लिए गए थे और सडक़ मार्ग से निकलने वाले वाहनो को अन्य मार्गो से डाईवर्ट किया गया। किसानो ने कृषि कानूनो को वापिस लेने व किसानो की मांगो को पूरा करने को लेकर एक ज्ञापन भी प्रशासनिक अधिकारियो को सौंपा।

किसानो को संबोधित करते हुए विधायक डा. बीएल सैनी ने कहा कि सरकार जबरन किसानो पर काले कृषि कानून थोपने का प्रयास कर रही है। जबकि किसान आज इन कृषि कानूनो की पूरी सच्चाई जान चुका है। लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। किसान 70 दिनो से अधिक समय से आंदोलन करने पर विवश है लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। लेकिन किसान भी जब तक पीछे हटने वाला नहीं है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो  जाती। कांग्रेस पार्टी भी पूरी तरह से किसानो के साथ है।

पूर्व विधायक श्यामसिंह राणा ने कहा कि वह लंबे समय से किसानो की लड़ाई लड रहे है। जब वह भाजपा में थे तब भी उन्होंने किसानो की आवाज को उठाने का कार्य किया था और जब कृषि कानून बनाने पर उन्होंने भाजपा की जिद देखी तो उन्होंने भाजपा पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया। क्योंकि वह किसानो पर होते अत्याचार नहीं देख सकते। सरकार किसानो का शोषण करने पर लगी हुई है। किसान अपने साथ अन्याय होता देख आंदोलनरत है लेकिन सरकार उनकी मांगो को पूरा करने की बजाए उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। लेकिन किसान एकजुट है और अपने अधिकार लेकर रहेगें।


किसान नेता व पूर्व जिला परिषद सदस्य शिवकुमार संधाला ने कहा कि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा देकर सत्ता में आई थी लेकिन अपने शासनकाल में अपनाई गई नीतियों से सरकार ने साबित कर दिया है कि वह सभी वर्गो के लिए नहीं केवल बड़े उद्योगपत्तियो की सरकार है और उन्हीं के हितो को ध्यान में रखकर सरकार नीतियां बना रही है। कृषि कानून भी अंबानी अड़ानी जैसे बड़े उद्योगपत्तियो को ध्यान में रखकर बनाए गए है। जिस कारण आज देश के लिए अन्न पैदा करने वाला किसान सडक़ो पर बैठने पर विवश है।

मौके पर अधिवक्ता वरयामसिंह गुमथला, जितेन्द्र मेहता, मनोज गुमथला, बलविन्द्र सिंह गुमथला, संदीप उन्हेड़ी, सतपाल पोटली, निरंजन पोटली, अमरनाथ गोरा, सतनाम सिंह, सर्वजीत सिंह, दीवान चंद, संदीप सचदेवा, भगवान सिंह, अवतार सिंह, बलजीत सिंह, निशांत सिंह, अश्वनी नरवाल, गुरलाल, मलकीत सिंह व हर्ष मेहता इत्यादि मौजूद थे।

डीएसपी रादौर  रजत गुलिया ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण रहे इसके लिए प्रशासन की ओर से पूरे प्रबंध किए गए है। लोगो को यातायात में भी किसी प्रकार की परेशानी न हो इसको देखते हुए भी सडक़ मार्गो को डाईवर्ट किया गया है। किसी को भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

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