अब क़ानूनी कार्यवाही करने का निर्णय
जिस दिन से उन्होंने यह कार ली है वह परेशानियों का सामना कर रहे हैं। सुमीत ने बताया की कार लेने के 15 दिन के अंदर ही उन्हें सिग्नल मिलने लगा की कार में इंजन आयल का स्तर कम है। कुछ दिन के बाद उन्हें कार में यह सिग्नल मिला कि कार में इंजन आयल बहुत कम है। इसके चलते उन्होंने कार 22 फ़रवरी को करनाल बरकले मोटर्ज़ चेक करवाने के लिए भेजी। चेक करने के उपरांत बताया गया कि कार के इंजन में डीफ़ेक्ट है और इंजन को बदलाना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि मर्सेडीज़ कम्पनी के पुणे हेड ऑफ़िस में ईमेल भी करी हैं परंतु वहाँ से भी उनको कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। उन्होंने यह कार बैंक से फ़ाइनैन्स करवाई है जिस पर उनको हर रोज़ ब्याज पड़ रहा है। इस सब के चलते उनको और उनके परिवार को मानसिक एवं वित्तीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
इसलिए उन्होंने अपने वकील के द्वारा मर्सेडीज़ कम्पनी को लीगल नोटिस भेजा है और अगर कम्पनी नहीं मानी तो आगे क़ानूनी कार्यवाही करने का निर्णय किया है।