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Radaur - घाट बी-17.. खनन एजेसी को दिए गएं है कारण बताओ नोटिस

*शिकायतकर्ता बोले-खनन ठेकेदारो के सामने नहीं करेगें बातचीत

*शिकायतकर्ताओ ने अधिकारियों व खनन एजेंसी ठेकेदारो पर गंभीर आरोप लगाएं

*अधिकारियों की सूचना आने से पहले ठेकेदार के चेहेतो के आने लगते है फोन

BY: Ravinder Saini 


City Life Haryanaरादौर :  नियमो के विपरीत हो रहे खनन की शिकायत पर सिंचाई विभाग के एसडीओ जसबीर सिंह गुरूवार को खनन घाट बी-17 पर पहुंचे। लेकिन कोई भी शिकायतकर्ता मौके पर नहीं पहुंचा। अधिकारियो की माने तो शिकायतकर्ता को सूचना देने के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचे।

लेकिन फिर भी अधिकारियों ने खनन एजेंसी संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। वहीं दूसरी ओर शिकायतकर्ताओ ने अधिकारियों व खनन एजेंसी ठेकेदारो पर गंभीर आरोप लगाएं है। उनका कहना है कि अधिकारी उन्हें जानबूझ कर समय रहते सूचना नहीं देते। सूचना देने की बजाएं उन पर फैसले का दबाव बनाया जाता है। इस कारण भी वह मौके पर आना उचित नहीं समझते। वहीं खनन ठेकेदार उन्हें धमकियां देते है। उनकी रेकी तक खनन एजेंसी संचालको द्वारा करवाई जाती है। प्रशासन के पास उनकी लगातार शिकायतें जा रही है। लेकिन अब तक कोई उचित कार्रवाई उनके द्वारा नहीं की गई।

-शिकायतकर्ता ललित राणा बोले-खनन ठेकेदारो के सामने नहीं करेगें बात, अलग से बातचीत करते प्रशासन के अधिकारी

शिकायतकर्ता ललित राणा ने बताया कि वह अपनी शिकायत को लेकर सिंचाई विभाग के एसई आर.एस मित्तल से मिले थे। जिस पर एसडीओ जसबीर सिंह गुरूवार को खनन घाट पर पहुंचे। लेकिन समय रहते उन्हें सूचना नहीं दी गई। जब उनके पास सूचना पहुंची तो वह अपने कार्य पर निकल चुके थे। इसलिए वापिस नहीं आ सके। अधिकारी जानबूझ कर ऐसा करते है। ताकि खनन एजेंसी पर कार्रवाई न करनी पड़े। उनका कहना है कि मुश्किल से उनकी भूमि यमुनानदी से बाहर आई है। लेकिन जिस प्रकार खनन एजेंसी खनन कर रही है उससे लगता है कि एक बार फिर से उनकी भूमि कटाव के कारण यमुनानदी में ही समा जाएंगी। 25 से 30 फुट तक नियमो के विपरीत खनन किया जा रहा है। ऐसे में जब यमुनानदी में पानी आएंगा तो कटाव भी होना निश्चित है। अधिकारी उन्हें खनन ठेकेदारो के सामने ही बुलाते है। जिससे वहां झगड़ा होने की आशंका बनी रहती है। अगर अधिकारी सच में ही उनकी शिकायत पर कार्रवाई करना चाहते है तो वह मौके पर आकर उनसे अलग से बातचीत करे। ताकि वह अपनी शिकायत के अनुसार उन्हें मौके का दौरा करवा सके।

-अधिकारियों की सूचना आने से पहले ठेकेदार के चेहेतो के आने लगते है फोन-बलविन्द्र

गुमथला निवासी बलविन्द्र कुमार ने बताया कि उसने नियमो में विपरीत हो रहे खनन की शिकायत खनन अधिकारियो को दी थी। लेकिन अधिकारी जब मौके पर आते है तो उनकी ओर से सूचना आने से पहले ही खनन ठेकेदारो के चेहतो के फोन उन्हें आना शुरू हो जाते है। उनके रिश्तेदारो व मित्रो के फोन भी उनके पास करवाएं जाते है और बातचीत के माध्यम से सेंटलमेंट का दबाव बनाया जाता है। आज जब उन्हें सूचना मिली तो वह करनाल के लिए निकल चुके थे। ऐसे में उनका आना संभव नहीं था। समय रहते सूचना मिलती तो वह मौके पर जरूर पहुंचते। उन्हें बातचीत नहीं नियमो के विपरीत हो रहे खनन पर कार्रवाई चाहिएं। लेकिन अधिकारी उनसे ही नियम पूछते है और उनकी जमीन के बारे पूछा जाता है। लेकिन क्यां कोई व्यक्ति जिसकी जमीन वहां नहीं है वह क्या नियमो के विपरीत हो रहे खनन कार्य की आवाज नहीं उठा सकता। अधिकारियों का रवैया ठीक नहीं है। ठेकेदारो से उन्हें धमकियां मिलती है। उनकी रेकी की जाती है।

-खनन एजेसी को दिए गएं है कारण बताओ नोटिस -जसबीर सिंह

एसडीओ जसबीर सिंह ने बताया कि शिकायत पर वह मौके का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन शिकायतकर्ता मौके पर नहीं आएं। उन्होनें निरीक्षण किया तो पाया गया कि कहीं कोई कटाव नहीं हो रहा है। पानी का स्तर काफी कम है ऐसे में बंाध भी नहीं है। लेकिन फिर भी ठेकेदारो की बार बार मिल रही शिकायतों पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही किसानो को उनकी भूमि के लिए दिएं जाने वाली राशि समय पर किसानो को देने के निर्देश खनन ठेकेदारो को दिएं गए है।

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