आगजनी की घटना होने पर 101 नंबर पर इसकी सूचना
दी जा सकती है
जिससे फायर बिग्रेड़ की गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंचेगी
बता दे कि गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। वहीं गेंहू की फसल भी
पककर पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती है। पहले रादौर में
फायर बिग्रेड की गाड़ी की व्यवस्था न होने से यमुनानगर से गाड़ी को बुलाना पड़ता
था लेकिन जब तक गाड़ी यहां पहुंचती थी तब तक नुकसान काफी बढ़ जाता था। जिसको लेकर
क्षेत्र के लोग काफी लंबे समय से यहां फायर बिग्रेड की गाड़ी की व्यवस्था किएं
जानो की मांग सरकार व प्रशासन से कर रहे थे। गत दिनों पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज
के प्रयासो के बाद यहां पर गाड़ी खड़ी की गई थी।
-फसल जलाने पर इस प्रकार होता है नुकसान
फसल के अवशेष जलाने पर जमीन के मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं और भूमि की उपजाऊ शक्ति
कम हो जाती है। इससे फसलों में बीमारियां
ज्यादा आने की संभावना बनी रहती है। भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होने पर उत्पादन भी कम हो जाता है। आग लगने
से निकलने वाले धुएं से पर्यावरण को भी
नुकसान होता है। धुएं से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस सबसे ज्यादा खतरनाक होती है। यही नहीं
मिट्टी की उर्वरता भी
प्रभावित होती है।
-यह है किसानों का कहना
गेहूं की कटाई शुरू हो गई है।
क्षेत्र में आग लगने की सर्वाधिक
घटनाएं बिजली तार की वजह से होती हैं, लेकिन इस तथ्य
को हमेशा नजरअंदाज कर
सीधे किसान की गलती मानी जाती है। जिन स्थानों पर बिजली के तार की वजह से पिछले सीजन में खड़ी फसल में
आग लगी थी।