ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का अधिक प्रसार न हो, इसके लिए जिला स्तर पर की गई व्यापक तैयारियां
जिले में 490 आईसोलेशन सैंटरों का चयन किया गया है
20 आईसोलेशन सैंटरों एक्टिव, जिसमें करीब 200 बैड की सुविधा, आईसोलेशन सैंटर पर मिलेंगी जरूरी दवाईयां व जांच किट- उपायुक्त मुकुल कुमार
डीसी ने आज छछरौली, प्रतापनगर में जाकर लिया व्यवस्था का जायजा
अधिकारियों को सख्त निर्देश कि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को मिले आईसोलेशन व कोविड सैंटर में मिले सुविधा
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए जिला में 490 आईसोलेशन सैंटरों का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि 20 गांवों में आईसोलेेशन सेंटर खोल दिए गए हैं, जहां पर उसी गांव के कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों को आईसोलेट किया जाएगा जिनके पास घर पर अलग से आईसोलेट होने का स्थान नहीं है और आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए प्रशासन द्वारा किट भी उपलब्ध करवाई जाएगी जिसमें पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा आवश्यक दवाईयां शामिल हैं। इन आईसोलेशन सेंटरों पर हर वो जरूरी सुविधा दी जाएगी जिनकी मरीज को जरूरत है। इन सेंटरों पर जरूरतों को पूरा करने और उपलब्धता को देखते हुए उपायुक्त ने एसडीएम बिलासपुर जसपाल सिंह गिल व डीडीपो शंकर लाल गोयल के साथ छछरौली व प्रताप नगर में बने आईसोलेशन सैंटरों का निरीक्षण भी किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि समय की नजाकत को देखते हुए सजगता से काम करना होगा, मरीज पर हर समय नजर रखनी होगी, दिक्कत होती है तो तुरंत मरीज को सीएचसी व ईएसआई कोविड अस्पताल में भेजना होगा।
उपायुक्त ने बताया कि यह सुविधा जिले के सभी पीएचसी व सीएचसी केंद्रों पर उपलब्ध करवाई गई है। किसी भी मरीज को घबराने की जरूरत नहीं है, हर संभव स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रशासन ने तैयारी की है। जिले में डॉक्टर व अन्य स्टाफ की पूरी उपलब्धता है। ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। घर-घर ऑक्सीजन मरीज को मिले इसके लिए पोर्टल बनाया गया है।