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Haryana Desk- Kisan Aandolan में विवाद: गुरनाम चढ़ूनी का सवाल.. उत्तरप्रदेश में आंदोलन क्यों नहीं..?

Gurnam Singh Chadhuni, leader of United Kisan Morcha and President of Bharatiya Kisan Union in Haryana, has questioned the farmers' protest movement in Uttar Pradesh.   


City Life Haryanaहरियाणा डेक्स:   भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी  ने किसान आंदोलन को लेकर उत्तरप्रदेश के किसानों और वहां के नेताओं को घेरा है। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के एलान के तहत कोई भी आंदोलन नहीं करने का आरोप लगाया है। चढूनी ने यहां तक कह दिया कि उत्तरप्रदेश के किसानों को बिना किसी अगुवाई की जगह खुद ही आगे आकर आंदोलन तेज करना चाहिए।


According to Chadhuni, Uttar Pradesh is much larger than both Punjab and Haryana states in terms of population, geographical area, and the number of farmers, but even today 500 farmers could not gather at the movement site on the Ghazipur border.

भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी  ने उत्तरप्रदेश में आंदोलन को लेकर बड़े सवाल उठाए हैं। चढूनी ने कहा कि किसान आंदोलन में सबसे ज्यादा हरियाणा जुड़ा है और यहां के किसान लगातार सरकार पर दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों, सांसद व विधायकों के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं।

चढूनी ने यहां तक कहा कि यूपी में मंडी नहीं है और उनकी फसल तक नहीं बिकती है, फिर भी वहां के किसान विरोध नहीं कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश  में आजतक टोल प्लाजा नहीं रोके गए और गाजीपुर बॉर्डर पर भी केवल 500 किसान बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी नेता की अगुवाई की जरूरत नहीं है और उत्तरप्रदेश में किसानों को खुद आगे आकर आंदोलन तेज करना होगा। इस तरह से चढूनी ने उत्तरप्रदेश के किसानों को पूरी तरह से घेरा है और वहां के किसान नेताओं पर भी सवाल उठाए हैं।


Bharatiya Kisan Union leader Rakesh Tikait has maintained a front on the Ghazipur border adjoining Uttar Pradesh. Tikait has been representing Uttar Pradesh in this entire movement and some farmers have also reached the Ghazipur border on his call, but with each passing day, the number of farmers on the front has steadily declined. 

वहीं, इस तरह के आरोप लगने पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सफाई दी है कि यूपी में नेताओं को किसानों का इतना डर है कि वे गांवों में नहीं आ रहे हैं। यूपी में कोरोना संक्रमण कम होते ही आंदोलन अन्य जगहों के मुकाबले ज्यादा तेज किया जाएगा।

भाकियू यूपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि इस तरह की बात कहने वालों को शायद यह नहीं पता है कि उत्तरप्रदेश में किसानों का नेताओं के अंदर बड़ा डर है। वहां किसानों के डर के कारण ही नेताओं ने गांवों में आना छोड़ दिया है, लेकिन फिर भी उत्तरप्रदेश में आंदोलन को तेज किया जाएगा और इसके लिए किसानों को तैयार किया जा रहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी के किसान हमेशा आंदोलन में सबसे आगे रहे हैं और इस आंदोलन में भी सबसे आगे उत्तरप्रदेश के किसान खड़े हुए हैं। इसलिए इस तरह की बात कहकर किसी का मनोबल नहीं तोड़ना चाहिए। 

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