कोरोना से लड़ाई में वैक्सीन सबसे बड़ा हथियार.
प्रतिदिन एक करोड़ नागरिकों को लगे वैक्सीन.
खबर हरियाणा के यमुनानगर से है जहां कांग्रेस हाईकमान व हरियाणा प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा के दिशानिर्देश अनुसार ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा
प्रतिदिन एक करोड़ वैक्सीनेशन लगाने बारे और भारत के हर नागरिक को यूनिवर्सल
मुफ़्त वैक्सीन दिलवाने के लिए महामहिम राष्ट्रपति जी के नाम उपायुक्त के माध्यम
से ज्ञापन सौंपा गया।
कांग्रेस विधायक
रेणु बाला ने कहा कि केंद्र सरकार से देश के सभी नागरिकों को कोविड रोधी टीका
मुफ्त में लगाने की एक बार फिर मांग की। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार की ढुलमुल
नीति की वजह से टीकाकरण अधर में लटक गया है। कोरोना वायरस महामारी के ख़िलाफ़ सबसे
मज़बूत सुरक्षा कवच सिर्फ़ टीका है। उन्होंने दावा किया, भारत के लोगों ने आशा की थी कि सबके लिए मुफ्त टीका की नीति बनेगी लेकिन
केंद्र सरकार ने दिया क्या।
इस महामारी के दौरान जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनका दुःख देखा नहीं जाता और इस महामारी में वैक्सीन ही एकमात्र बचाव या सुरक्षा का साधन है। भाजपा सरकार वैक्सीनेशन की घोषणा तो बच्चों को छोड़कर सभी आयु के लोगों के लिए करती है, पर वैक्सीन उपलब्ध करवाने के नाम पर फिर वही अव्यवस्था ही देखने को मिली है।
कांग्रेस विधायक बी
एल सैनी ने कहा कि सरकार आँकड़े जारी करे कितने लोगों को वैक्सीन की डोज़ लग चुकी
है। कहा, ‘‘एक टीका ही है जो पूरी दुनिया को और भारत को
कोविड से बचा सकता है। इसलिए हमारी मांग है कि देशवासियों को मुफ्त में टीका लगाया
जाना चाहिए। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करने में
दिक़्क़त आ रही है।
इसके अलावा सरकार ने आर्डर देने में भी देरी की और देश के नागरिकों की जान बचाने से ज़रूरी वैक्सीन निर्यात को तवज्जो दी गई जो की एक बहुत बड़ी गलती है जिसके लिए केंद्र सरकार ज़िम्मेवार है इसके इलावा आज तक केवल 39 करोड़ वैक्सीन का ही आर्डर दिया गया ऐसे में भारतवर्ष की सारी जनता को वैक्सीन लगाने में कई वर्ष का समय लग जाएगा। और डॉक्टर और विशेषज्ञ पहले ही तीसरी लहर के बारे में चेता चुके हैं ऐसे में सरकार का ढुलमुल रवैया घातक हो सकता है।
कोर्डिनेटर ज़िला
कांग्रेस कमेटी, श्याम सुन्दर बतरा का कहना कि भगवान भाजपा सरकार को सदबुद्धि दे
क्यूँकि जिस धीमी गति से वैक्सीनेशन चल रहा है। कहा, आँकड़ो को देखने से पता
चलता है कि 31 मई तक केवल 21.31 करोड़ वैक्सीन लगायी, पर दोनो खुराकें केवल 4.45 करोड़ लोगों को ही लग पायी। इससे यही पता चलता
है वैक्सीन लगाने व उपलब्ध करने की योजना बनाने में सरकार बुरी तरह विफल रही है।