विधायकों के एक गुट ने कुमारी शैलजा को हटाकर दीपेंद्र हुड्डा या भूपिंदर सिंह हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग की है.
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Bishan Lal Saini MLA,
Radaur |
रादौर NEWS। कांग्रेस के मुश्किलों का फिलहाल कोई अंत नजर नहीं आ रहा है। पहले से ही राजस्थान और पंजाब में पार्टी के भीतर जारी कलह के बीच अब हरियाणा में भी बग़ावत का बिगुल बज गया है। हरियाणा कांग्रेस के अंदर घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, हरियाणा में कांग्रेस विधायकों के एक धड़े ने कुमारी शैलजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
वही, रादौर से कांग्रेस विधायक बीएलसैनी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। सैनी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के बाहर आने के बाद राजनीतिक समीकरण बदल गए है, और कांग्रेस को भी सशक्त अध्य्क्ष चाहिए जो हरियाणा में कांग्रेस को चुनाव जितवा सके। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ विद्यायको की दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान से मुलाकात के बारे में भी सैनी ने बातचीत की। इस दौरान सैनी ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा।
इन दिनों जहाँ गर्मी का पारा चढ़ा हुआ है उसी तरह सियासी पारा भी हाई है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है कि कांग्रेस पार्टी में अध्य्क्ष बदलने की चर्चाओं पर जहाँ बीजेपी भी चुटकी ले रही है और लगातार बयान बाजी हो रही है। दूसरी तरह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायको के साथ दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान को मिले। जिसके बाद कांग्रेस के हरियाणा अध्य्क्ष को बदलने की चर्चाएं फिर जोर पकड़ गई। यमुनानगर में मीडिया से बातचीत करते हुए रादौर से कांग्रेस विधायक भी इशारों ही इशारों में अध्य्क्ष बदलने की बात भी कह गए।
रादौर से कांग्रेस के विधायक बिशन लाल सैनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया की हरियाणा के कई विधायक व पूर्व विधायक हरियाणा कांग्रेस प्रभारी से मिले थे और अब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव से बातचीत हुई है, उन्होंने हमारी बात को बड़े अच्छे से सुना है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा मीटिंग में तीन बातों पर चर्चा हुई। कोरोना महामारी, किसान आंदोलन और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला दोबारा राजनीति में सक्रिय हुए हैं। इन सब मुद्दों को लेकर बातचीत हुई है। हमारे साथियों ने बात रखी है कि जो हरियाणा में संगठन तैयार किया जा रहा है, उसके अंदर विधायक, पूर्व विधायक और जिन्होंने चुनाव लड़ा है। उनको संगठन में जोड़ा जाए, क्योंकि सभी ने संगठन के लिए कार्य किया है। कोई जिला प्रधान बनने के काबिल है और कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने अनुभव के साथ - साथ उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी में रहकर भी कार्य कर सकते हैं।
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष के बदलने की चर्चाओं पर रादौर से कांग्रेस विधायक बिशन लाल सैनी ने कहा इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के बाहर आने के बाद समीकरण बदले है। ओर जाट वोट को संभालने ले लिए एक सशक्त नेता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सशक्त होना चाहिए कि वो जाट वोट को संभाल ले, क्योंकि ओम प्रकाश चौटाला के बाहर आने के बाद वह जाट वोटरों में सेंध लगा सकते हैं।
आपको बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस
के कुल 31 विधायक हैं, जिनमें से 21 विधायक खुलकर हुड्डा का समर्थन कर रहे
हैं। यह अपनी ताकत दिखाने के लिए भूपिंदर सिंह हुड्डा के घर भी जुटे थे। हुड्डा समर्थक ने कहा
: हमारा मानना है
कि हुड्डा की अगुवाई में ही भाजपा की सरकार को ज्यादा कारगर ढंग से चुनौती दी जा
सकती है और कांग्रेस मजबूत हो सकती है।
उधर, सैलजा समर्थक एक नेता का कहना है,
मौजूदा राजनीतिक गतिविधि का कारण
ओमप्रकाश चौटाला की जेल से रिहाई और जाट राजनीति है। हुड्डा गुट जाट समुदाय के बीच
अपनी पकड़ बनाए रखना चाहता है और उसे यह पता है कि इसमें ओमप्रकाश चौटाला से उसे
चुनौती मिल सकती है।