यमुना नदी में पानी आ जाने के बाद ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी रुक गया है. अब जब तक यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा रहेगा तब तक ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य भी बंद रहेगा. वहीं दूसरी ओर अधूरे कार्य के दौरान पानी आ जाने से ओवरब्रिज के निर्माण को भी नुकसान होगा.
-अस्थाई रास्ता न होने से बढ़ी किसानों की समस्याएं
यमुना नदी पार
अपने खेतों में जाने के लिए किसानों के पास अब अस्थाई रास्ते का विकल्प नहीं है।
पिछले दिनों बरसात के बाद यमुनानादी में आए पानी के कारण यह रास्ता बह गया था।
लेकिन उसके बाद अब तक अस्थाई रास्ते का निर्माण प्रशासन की ओर से नहीं करवाया गया
है। जिसको लेकर किसानों में प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर भी रोष देखा जा रहा
है।रोष शुरू किसानों ने प्रशासन विरोधी नारेबाजी भी की और प्रशासन से जल्द से जल्द
किसानों की समस्या का समाधान करने की मांग की। किसान सुरजीत सिंह, अमीचंद, सतनाम,
दीपचंद इत्यादि का कहना है कि अस्थाई रास्ता
न होने के कारण उन्हें अपने खेतों में पहुंचना दुश्वार हो रहा है। खेतों में
पहुंचने के लिए उन्हें लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। जिससे समय की बर्बादी के
साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी किसानों को हो रहा है।
-अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी नहीं बन पाया अस्थाई रास्ता
बीते दिनों जब
यह अस्थाई रास्ता पानी में बह गया था तब किसानों की मांग पर एसडीएम रादौर व
बीडीपीओ ने यहां दौरा किया था और किसानों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही अस्थाई
रास्ते की व्यवस्था करवा दी जाएगी। लेकिन उनके आश्वासन के बाद भी यहां अस्थाई
रास्ते का कोई निर्माण नहीं हो पाया। जिससे किसान आज तक परेशान हो रहे हैं। अब
यमुनानदी का जलस्तर बढ़ने से उनकी समस्या दोगुनी हो गई है। किसानों का कहना है कि
अधिकारियों ने केवल किसानों को कुछ दिन शांत रखने के लिए यह झूठा आश्वासन दिया और
उसके बाद इस पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की। अधिकारियों का यह रवैया ठीक
नहीं है।
-ओवरब्रिज के निर्माण में भी होगी देरी