किसान धर्मवीर
काम्बोज ने किया पहला मक्का फ़ूड फेस्टिवल का आयोजन
मक्का फूड
फेस्टिवल एक क्रांतिकारी सोच का परिणाम है. जो आज के दौर में बहुत प्रदेश सरकार
किसानों को मक्का उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. मक्का फूड फेस्टिवल के
आयोजन से मक्का के विभिन्न तरीके से उपयोग करने के विचार को बल मिलेगा और मक्का की
मांग बढ़ेगी. जिससे इसका बाजार विकसित होगा और किसानों की आय बढ़ेगी..
जिसमें गांव
दामला की महिलाओं,
बालक और
बालिकाओं ने अपनी रचनात्मकता से मक्का के अनेकों व्यंजन तैयार किए हुए थे। जिन्हें
उपस्थित मेहमानों को परोसा गया। कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए डॉ
कमबोज ने कहा कि मक्का फूड फेस्टिवल एक क्रांतिकारी सोच का परिणाम है। जो आज के
दौर में बहुत प्रदेश सरकार किसानों को मक्का उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
मक्का फूड फेस्टिवल के आयोजन से मक्का के विभिन्न तरीके से उपयोग करने के विचार को
बल मिलेगा और मक्का की मांग बढ़ेगी। जिससे इसका बाजार विकसित होगा और किसानों की
आय बढ़ेगी।
इस अवसर पर मक्का का सूप, मक्का के पकौड़े, मक्की का दूध, मक्की की कचौड़ी, मक्की की लिट्टी, मक्की का समोसा, मक्का की चटनी, मक्की की रोटी और साग, कॉर्न स्टिक, लेमन कॉर्न स्टिक, कॉर्न कबाब, मक्का का हलवा, मक्का की पंजीरी, तिल्ला कुल्फी, रसमलाई, मक्का की कैंडी, मक्का के लड्डू और मक्का का सूप और बहुत से अन्य व्यंजन प्रदर्शित किए गए।
विभिन्न संस्थानों और विभागों से आए वैज्ञानिकों और अधिकारियों के सम्मान में मक्का से बने केक को भी काटा गया। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दामला व सेठ जय प्रकाश पॉलिटेक्निक दामला के प्रधानाचार्य व अध्यापक प्राध्यापकों का विशेष योगदान रहा। विद्यालय से विद्यार्थियों ने बहुत अधिक संख्या में प्रतिभागिता की। फ़ूड फेस्टिवल में विभिन्न स्कूलों से आये प्रतिभागियों ने मक्का के व्यंजनों के स्टाल लगाए कार्यक्रम के समापन पर चौधरी चरणए सिंह विश्वविधालय के उपकुलपति डॉ बी आर कम्बोज ने ग्राम दामला के तीन बुजुर्गों अमरनाथ, राजाराम और साधुराम को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया ।