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Chandigarh- हर खेत स्वस्थ्य खेत अभियान, प्रदेश के 14 जिलों की 40 मृदा परिक्षण प्रयोगशालाओं का किया शुभारंभ

Haryana Chief Minister, Manohar Lal today inaugurated 40 new soil testing laboratories set up at the block level in the state through video conferencing. The soil testing labs have been set up under State Government’s ‘Har Khet Swasth Khet’.


चंडीगढ़
NEWS  बाढड़़ा के किसानों को अब अपने खेत की मिट्टी जांच के लिए दादरी या भिवानी नहीं जाना पड़ेगा। वीरवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के 14 जिलों की 40 मृदा परिक्षण प्रयोगशालाओं की उदघाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दादरी जिले के उपमंडल बाढड़ा में 6 लाख 50 हजार की लागत से नवर्निमित लघु मृदा परिक्षण प्रयोगशाला का भी उदघाटन किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री जे पी दलाल भी उपस्थित थे।

In the first phase, soil testing of 25 lakh acres of land will be done this year through these laboratories. Haryana Agriculture Minister, Sh. J.P Dalal and Chairman, Marketing Board, Sh. Nayanpal Rawat were also present on the occasion. Union Minister of State Sh. Krishan Pal Gujjar, State Ministers, MPs and MLAs joined the programme through video conferencing.

दादरी मिनी सचिवालय परिसर स्थित सभागार में उपायुक्त प्रदीप गोदारा ने बाढड़़ा में नवर्निमित लघु मृदा जांच केन्द्र का शुभारंभ किया। इस दौरान नगराधीश अमित मान, किसान एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. बलवंत सहारन व बाढड़़ा विधायक की ओर जजपा जिला अध्यक्ष नरेश द्वारका उपस्थित रहे। उदघाटन समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसान के खेत की उत्पादन क्षमता बढाने के लिए प्रदेश के 𝟏𝟒 जिलों में सरकार द्वारा 𝟓 करोड़ 𝟑𝟐 हजार रूपये की लागत से 𝟔 बड़ी व 𝟑𝟒 छोटी मृदा जांच प्रयोगशालाओं का निर्माण किया गया है। इससे पहले प्रदेश में केवल 𝟑𝟔 प्रयोगशालाएं थी। जो अब बढ़ाकर 𝟕𝟔 कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 𝟐𝟎𝟐𝟐 तक 𝟑𝟓 नई प्रयोगशालओं का निर्माण किया जाएगा। जिसके बाद प्रदेश में जिला, उपमंडल व खंड स्तर पर कुल 𝟏𝟎𝟏 प्रयोगशालाएं हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चालू वर्ष में इन प्रयोगशाओं के माध्यम से प्रदेश की 𝟐𝟓 लाख एकड़ भूमि की मिट्टी की जांच करने का लक्ष्य रखा गया है तथा अगले 𝟐 साल में प्रदेश के लगभग 𝟕𝟓 लाख एकड़ भूमि की मृदा जांच पूरी कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान की आय को दोगुना करना सरकार का मुख्य उद्ेश्य है। इसलिए किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच क रवाकर उसमें पाई जाने वाली कमियों को दूर करके फसल की पैदावार को बढ़ा सकें गे।

कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। इसी कड़ी में आज प्रदेश के 14 जिलों में 40 मृदा जांच प्रयोगशालाओं का शुभारंभ किया गया है। किसान की आय को बढ़ाना भाजपा सरकार का मुख्य उद्देश्य है।

The Chief Minister said that the State Government is leaving no stone unturned to realize Prime Minister Sh. Narendra Modi's vision of doubling the income of farmers. For this, soil testing laboratories have been set up in the state so that the farmers can be made aware about which crop should be sown based on the soil health, he added.

आर्गेनिक खेती की तरफ बढऩे का आह्वान

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा ने देश के खाद्यान्न भण्डार को भरने के लिए अहम योगदान दिया है। जब हरित क्रांति आई तो प्रदेश के किसानों ने भरपूर उत्पादन कर देश में खाद्यान्न की कमी को पूरा किया। उन्होंने कहा कि आज खाद्यान्न उत्पादन की मात्रा के साथ-साथ गुणवता पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने किसानों से आर्गेनिक और प्राकृतिक खेती की तरफ बढने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा करने से खाद्य उत्पादों के कारण निरंतर बढ़ रही बीमारियों की रोकथाम में भी किसान अहम भूमिका निभाएंगे।

पढाई के साथ कमाई

मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीनियर सैकेण्डरी स्कूलों एवं कालेजों के विद्यार्थियों की मृृदा जांच के कार्य में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजना बनाएं ताकि विद्यार्थी पढाई के साथ कमाई भी कर सकें। उन्होंने कहा कि किसान के बेटे पढाई के साथ खेतों से मिट्टी के नमूने एकत्र करने का काम रुचि लेकर करेंगे, इससे उनकी आय भी होगी। इस कार्य में लगे विद्यार्थियों को प्रति नमूना 40 रुपए का मानदेय दिया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि गत वर्ष स्कूलों एवं कालेजों के 115 विज्ञान अध्यापकों एवं सहायक प्रोफेसरों को मृृदा परीक्षण का प्रशिक्षण सीएसएसआरआई करनाल एवं एचएयू हिसार में दिया जा चुका है। राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूलों में 50 लघु मृदा प्रयोगशालाएं पहले ही स्थापित की जा चुकी हैं और 65 अन्य ऐसी प्रयोगशालाएं स्कूलों एवं कालेजों में स्थापित की जा रही हैं।

किसानों को घर के निकट मिलेगी मिट्टी जांच की सुविधा - दलाल

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के जाल बिछाने की योजना बनाई है। इसी के तहत आज 40 नई प्रयोगशालाओं का उदघाटन किया गया है। अब किसानों को अपने खेत की मिट्टी की जांच करवाने की सुविधा उनके घर के नजदीक मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक सूक्ष्म तत्वों के विश्लेषण की सुविधा सभी प्रयोगशालाओं में नहीं थी परंतु अब यह सुविधा प्रत्येक प्रयोगशाला में उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 75 लाख भूमि की मृदा जांच का कार्य तीन साल में की जाएगी और इसके तहत मृदा स्वास्थ्य जांच कार्ड प्रदान किए जाएंगे।

एनएबीएल प्रमाणन होंगी प्रयोगशालाएं

कार्यक्रम के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की एसीएस डा. सुमिता मिश्रा ने बताया कि इसी वित वर्ष में पंचकूला और करनाल स्थित दो मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से एक्रीडेशन करवाया जाना प्रस्तावित है। भारत में हरियाणा पहला राज्य होगा जहां भूमि परीक्षण प्रयोगशलाओं का एनएबीएल एक्रीडेशन होगा।

इस मौके पर पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल, मुख्यमंत्री की उपप्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, कृषि विभाग के महानिदेशक हरदीप सिंह, प्रबंधक निदेशक विनय सिंह सहित कृषि विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। 

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