हरियाली तीज को सावन के महीने का विशेष त्योहार माना जाता है. हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ये त्योहार मनाया जाता है. इस बार हरियाली तीज 11 अगस्त को मनाई जाएगी. ये दिन सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं का दिन होता है. मान्यता है कि यदि हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियां विधि विधान से माता पार्वती और भोलेनाथ का पूजन करें तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और पति की आयु लंबी होती है.
स्कूल की प्रधानाचार्य पूजा कांबोज ने कहा कि माता पार्वती और शिव के मिलन का दिन है। हरियाली तीज हमारे देश में प्रत्येक त्योहार आपसी भाईचारे, प्रेम व सौहार्द का प्रतीक है। इनके माध्यम से समाज में भाईचारे व सौहार्द की भावना में बढ़ोतरी होती है। लोग एक दूसरे के साथ मिलकर त्योहार मनाते है तो समाज को संगठित रखने का कार्य भी आसान हो जाता है। इसलिए हर भारतीय को इन त्योहारों को धूमधाम से मनाना चाहिए।
उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि जैसा की इस
त्योहार को हरियाली तीज भी कहा जाता है तो हम सबका कर्तव्य है की इस त्योहार के
माध्यम से हम धरती पर हरियाली को बढ़ाने का भी प्रयास करे और प्रत्येक छात्र एक
पौधा अवश्य लगाएं। जिसके बाद उस पौधे की देखरेख भी करे। इससे हम पर्यावरण को हरा
भरा रखने में भी अपना सहयोग दे पाएंगें और हरियाली तीज के महत्व को बढ़ाने में मदद
कर सकेगें।