Kanwar Pal : आदिबद्री क्षेत्र जहां हर मोड़
पर तीर्थ स्थल बने हुए है, चंद कदमों की दूरी पर सरस्वती उदगम स्थल है..
यमुनानगर NEWS। आदिबद्री क्षेत्र
जहां हर मोड़ पर तीर्थ स्थल बने हुए है, चंद कदमों की दूरी पर सरस्वती उदगम स्थल है, तो थोड़ी ही दूरी पर सदियो से श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक बने श्री
आदिबद्री नारायण भगवान का प्राचीन मंदिर स्थित है। एक पहाड़ पर श्री केदारनाथ
मंदिर है तो दूसरे पहाड़ पर माता मंत्रा देवी जी का मंदिर है। श्रद्धालु सभी
मंदिरों में माथा टेकने दुर्गम पहाड़ों पर पैदल चढ़कर आते-जाते है।
शिवालिक की पहाड़ियों में आदिबद्री ऐतिहासिक मंदिर में है
शंख विराजमान जो महाभारत के युद्ध की याद ताजा करता है, इस शंख को स्वयं
श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के बाद इस मंदिर में स्थापित किया था, यह वही शंख जिसकी ध्वनि से महाभारत का युद्ध आरंभ और समाप्त होता था।
आदि केदार नाथ मन्दिर में भगवान भोले शंकर की विधि विधान
पूर्वक पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक किया, साथ
ही भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना कर
प्रदेश और प्रदेशवासियों की भलाई की मनोकामना मांगी।
पूजा - अर्चना करने के
बाद हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल आदिबद्री गौशाला पहुंचे जहां उन्होंने गायों
की पूजा अर्चना की, इसके बाद गाय को
हरा चारा और गुड़ खिलाया।
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हरियाणा के शिक्षा मंत्री आदिबद्री नारायण भगवान केदारनाथ
के द्वार |