हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मिलने आज भारत की महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी उनके कार्यालय में पहुंची. इन महिला खिलाडिय़ों में टीम की कप्तान रानी रामपाल, मोनिका, निशा, नवनीत कौर, नवजोत कौर, उदय, शर्मिला और नेहा शामिल थीं..
उन्होंने कहा कि
ओलंपिक जैसी बड़ी खेल प्रतियोगिता में किसी टीम व खिलाड़ी का पहुंचना बहुत ही बड़ी
बात हैं क्योंकि ओलंपिक में जाने के लिए कई खिलाडियों की ख्वाहिशें होती हैं।
उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत होती रहती है और खेल में इसका कोई महत्व नहीं
होता है, महत्व इस बात का है कि ये कितने दमखम के
साथ खेली हैं और इन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया हैं।
उन्होंने कहा कि
इन हाकी खिलाडियों ने मैचों में दमखम, तकनीक, वैज्ञानिक सूझबुझ
के साथ अपने खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मैच नहीं जीत पाए लेकिन इन्होंने अपने खेल के बल पर पूरे देश
को एक करने का काम किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी हॉकी के खेल
में अपनी रूचि दिखाई और एक खिलाड़ी को मैच के दौरान चोट लगने पर उस खिलाडी से
बातचीत कर हौसला बढाने का काम किया।
विज ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी शक्ति का स्रोत हैं और उनसे जो भी मिलता है उसमें शक्ति का संचार हो जाता है। उनका खेलों की तरफ पूरा ध्यान हैं इसलिए उन्होंने ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम को शुरू किया हैं ताकि अच्छे खिलाडी तैयार हो सकें।
हरियाणा हमेशा से
ही खिलाडियों को प्रोत्साहित करता आया हैं। हम खिलाडियों को ओलंपिक में स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक विजेता को क्रमश: 6 करोड, 4 करोड व 2.5 करोड और सरकारी
नौकरी व एक प्लाट देते हैं। उन्होंने कहा कि ये भारतवर्ष में किसी भी राज्य से
सबसे ज्यादा पुरस्कार राशि है।
उन्होंने
मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मैं मुख्यमंत्री का भी आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इन हॉकी के खिलाडिय़ों
को 50-50 लाख रूपए देने की घोषणा की है’।