सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करवाने की मांग को लेकर पेंशन बहाली संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल आज रादौर विधायक डा. बीएल सैनी से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करवाने के लिए विधायक को ज्ञापन सौंपा.
इस अवसर पर बीएल सैनी ने कहा कि निसंदेह
नेशनल पेंशन स्कीम कर्मचारियों के साथ एक बहुत बड़ी नाइंसाफी है और पुरानी पेंशन
बहाली इस लड़ाई में वह कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। ब्लॉक
प्रधान राकेश पांचाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 और हरियाणा सरकार ने 1 जनवरी 2006 के बाद
भर्तियों में आने वाले कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन नीति को समाप्त करके नवीन
अंशदाई पेंशन स्कीम लागू की है। नई पेंशन स्कीम शेयर मार्केट पर आधारित है। इसमें
कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन की कोई गारंटी नहीं है। जनवरी 2006 के बाद
नियुक्त हुए कर्मचारी अब सेवानिवृत्ति होने शुरू हो गए हैं और उनकी पेंशन 1000 से 1500 के बीच लग रही
है, जो कि
कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक है।
मनीष तंवर कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद जब
कर्मचारी की आयु 58 से 60 वर्ष की होती है, तो उसको कई प्रकार की बीमारियां घेर लेती
हैं। परिवार की अन्य जिम्मेदारियांं इतनी कम राशि में वहन करना बहुत मुश्किल है।
सिविल सेवा सर्विसेज 1972 के अनुसार पेंशन कर्मचारी का हक है। इसलिए पुरानी पेंशन बहाल
करने की मांग सरकार से की जा रही है। इस अवसर पर साहब सिंह, सुरेंद्र सिंह, अजय कटारिया, राजीव कुमार, रामचंद्र, मनीष तंवर , पुनीत चौधरी, पवन कुमार, संजीव कांबोज, संदीप चानना, राकेश कुमार, दिनेश इत्यादि उपस्थित थे।