बाइपास पुल के नीचे विवाद होने पर रुक गया था लाइन डालने का काम
कन्हैया साहिब चौक से डिच ड्रेन तक 11.84 करोड़ की लागत से डाली जा रही स्ट्रॉम वाटर लाइन
बता दें कि जगाधरी से आ रहा बड़ा नाला बरसाती सीजन में यमुनानगर की शहरी कॉलोनियों में जलभराव की वजह बनता है। बारिश के दिनों में क्षमता से अधिक पानी आने पर नाले से ओवरफ्लो होकर बाहर गलियों में बहता है। इस दिक्कत को दूर करने को नाले के पानी को बांटने के लिए कन्हैया साहिब चौक से डिच ड्रेन तक नगर निगम अमरुत स्कीम में स्टॉर्म वाटर पाइप लाइन डाल रहा है, ताकि जगाधरी से यमुनानगर में आकर नाले का पानी शहरी कॉलोनियों की ओर जा रहे नाले के साथ कन्हैया साहिब चौक से डायवर्ट होकर डिच ड्रेन में जा सके। पाइप लाइन का काम 11.84 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। जिसमें लगभग छह फुट चौड़ी पाइप लाइन डाली जानी है। बाइपास तक पाइप लाइन डालने का काम पूरा किया जा चुका है। लेकिन बाइपास पुल के नीचे जहां से पाइप लाइन निकाली जानी थी, वहां पर सरकारी जमीन के पास प्राइवेट जमीन थी। कुछ लोगों ने इस जमीन का अपनी बताया था। विवाद उत्पन्न होने पर पाइप लाइन डालने का काम रुक गया था। इसके बाद उपायुक्त गिरीश अरोड़ा व निगमायुक्त अजय सिंह तोमर ने मामले को सुलझाया था। अब रेलवे लाइनों के पास रेलवे प्रशासन की मदद से नगर निगम पाइप लाइन डलवाएगा। निगमायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि जल्द ही स्ट्रॉम वाटर लाइन डालने का काम पूरा किया जाएगा। इसका काम पूरा होने से शहरवासियों को जलभराव की दिक्कत नहीं होगी।