रणदीप सुरजेवाला। 𝐁𝐑𝐄𝐀𝐊𝐈𝐍𝐆
न्यूज़ डेक्स NEWS। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के भारत बंद का सोमवार को समर्थन किया और कहा कि तीनों काले कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए।
“तुम किसानों को सड़कों पर ले आये हो,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 27, 2021
अब ये सैलाब हैं और सैलाब तिनकों से रूकते नहीं..
सोंधी ख़ुशबू की सबने क़सम खाई है,
और खेतों से वादा किया है कि जब,
जीत होगी तभी लौटकर जायेंगे”
-गौहर रज़ा#भारत_बंद #BharatBandh pic.twitter.com/J6lIvf1umu
रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “तुम किसानों को सड़कों पर ले आये हो, अब ये सैलाब हैं और सैलाब तिनकों से रूकते नहीं.. सोंधी ख़ुशबू की सबने क़सम खाई है, और खेतों से वादा किया है कि जब, जीत होगी तभी लौटकर जायेंगे” -गौहर रज़ा इसलिए आज भारत बंद है।
लड़ाई लड़ेंगे फसलों की,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 27, 2021
अडिग रहेंगे,
डंटे रहेंगे,
हे अहंकारी निर्दयी मोदी सरकार!
हमारे खेतों की चीख,
और माटी की तड़प,
तुम्हें सोने नही देंगी।
किसान के बेटे है,
इस विराट आन्दोलन में तुम्हारे दमन,उत्पीड़न,हिंसा,के खिलाफ सड़कों पर किसानों के साथ फसलों की लड़ाई लड़ेंगे।#भारत_बंद
कांग्रेस
के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, लड़ाई लड़ेंगे फसलों की, अडिग
रहेंगे, डटे रहेंगे, हे अहंकारी निर्दयी मोदी सरकार ! हमारे
खेतों की चीख, और माटी की तड़प, तुम्हें सोने नही देगी। किसान के बेटे
है, इस विराट आन्दोलन में तुम्हारे दमन, उत्पीड़न, हिंसा के खिलाफ सड़कों पर किसानों के
साथ फसलों की लड़ाई लड़ेंगे।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को “भारत बंद’’ का ऐलान किया था। कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान, पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी केन्द्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसानों को भय है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली खत्म हो जाएगी।
सरकार इन कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है। दोनों पक्षों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत हो चुकी है,लेकिन इनका कोई नतीजा नहीं निकला है।