भीख मांगने में लिप्त बच्चों के कल्याण कार्य करने के लिए एक परियोजना उड़ान एक कोशिश पंख देने की, अभियान चलाया गया
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन यमुनानगर की तरफ से आज जिले में भीख मांगने में लिप्त बच्चों के कल्याण कार्य करने के लिए एक परियोजना उड़ान एक कोशिश पंख देने की, अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत आज जिला प्रशासन ने गाबा हस्पताल के नजदीक स्लम एरिया में रह रहे बच्चों को पंख देने की कोशिश की गई जिसका उद्देश्य है कि जो बच्चे स्कूल नहीं जाते उन बच्चों के दाखिले स्कूल में कराया जाए और उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोडऩे का कार्य हो सके। इस अभियान में जिला प्रशासन के बच्चों से संबंधित अधिकारियों को इस कार्य में जोड़ा गया है जिसमें बाल कल्याण समिति, बाल कल्याण परिषद, जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग के इस प्रयास से यह परियोजना की शुरुआत की गई।
उपायुक्त ने बताया कि जिला यमुनानगर में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा ओपन शेल्टर होम एक परियोजना चलाई जा रही है। उस परियोजना के तहत ओपन शेल्टर होम की टीम द्वारा स्लम एरिया में चयनित बच्चों को इक_ा करके स्लम एरिया की उसी कॉलोनी के अंदर बच्चों को स्लम डॉग मिलेनियम व जंगल बुक मोगली फिल्मस दिखाई गई जिसमें यह संदेश गया कि स्लम एरिया में रहने वाले बच्चे भी करोड़पति कैसे बन सकते हैं। अपनी जिंदगी को कैसे सुचारू रूप से चला सकते हैं। इस परियोजना का उद्देश्य है कि शहर को बाल भीख वृत्ति से मुक्त कराया जाए।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने स्वयं आज इस कॉलोनी में बच्चों के साथ मौजूद रहे, बच्चों के साथ बैठकर फिल्म देखी, अपने हाथों से उन्हें रिफरैशमैंट दी व उनसे विभिन्न विषयों पर बातचीत की जैसे क्या देख रहे हो, तम्हे क्या अच्छा लगता है,क्या पहले कभी फिल्म देखी। उन्होंने इन सभी बच्चों और उनके माता-पिता को यह संदेश दिया कि स्वाभिमान की जिंदगी जीना ही असली जिंदगी है। भिक्षावृत्ति में जिंदगी गुजारना अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चों को भीख मांगने की आदत से हटा कर मुख्य धारा मेें जोड़कर अच्छा नागरिक बनाना सरकार व प्रशासन का प्रयास है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन का उदेश्य बच्चों की सोच को उड़ान देना है।
कार्यक्रम बाल कल्याण परिषद की सदस्या अल्का गर्ग ने अपना जन्मदिवस उक्त स्लम एरिया के बच्चों के बीच मनाया व उपायुक्त पार्थ गुप्ता व अल्का गर्ग ने अपने कर कमलों से बच्चों को थालियां भेंट की। इसके उपरांत उपायुक्त ने मीडिया से भी बातचीत की और स्पष्टï किया कि जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पहले सर्वे करवाया जाएगा कि कहा-कहा बच्चे भीख मांग रहे है और इसके बाद राज्य सरकार की महत्वपूर्ण उड़ान योजना के तहत बच्चों के कल्याण यानि उन्हें शिक्षा दिलवाने व अन्य कल्याण के कार्य बड़े स्तर पर किए जाएगे।
इस मौके पर श्रीमती सीमा प्रसाद, कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग, सुखमिन्द्र सिंह, जिला बाल कल्याण अधिकारी, श्रीमती आंचल त्यागी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, श्रीमती अलका गर्ग, सदस्य, बाल कल्याण समिति, श्रीमती मोना चौहान, इंचार्ज बालकुंज छछरौली, एआईपीआरओ स्वर्ण सिंह जंजोटर उपस्थित थे।