96 केन्द्रों पर कोविड वैक्सीनेशन
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : कोविड-19 की रोकथाम के लिये जिले में लगातार टीकाकरण कैम्पों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कडी में आज जिला यमुनानगर में 96 टीकाकरण केन्द्रों पर कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण किया गया, जिनमें खबर मिलने तक 6772 लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा चुका था। जिनमें से 702 को पहली डॉज का तथा 6070 को दूसरी डॉज का टीका लगाया गया था तथा अभी टीकाकरण जारी था। जिनमें से बी.डी.पी.ओ. कार्यालय जगाधरी में चल रहे ‘‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले’’ में कोविड वैक्सीन टीकाकरण केन्द्र का दौरा ए.डी.सी. यमुनानगर रंजीत कौर तथा सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया द्वारा किया गया तथा इसके उपरान्त सिविल सर्जन डॉ. दहिया ने वृद्धाश्रम बुडिया चौक जगाधरी का भी दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. विजय विवेक भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर ए.डी.सी. यमुनानगर तथा सिविल सर्जन यमुनानगर द्वारा सभी जिलावासियों से अपील की गई है कि सभी अपना पूर्ण टीकाकरण अवश्य करवायंे। उन्होने कहा कि जब तक दोनों डॉज का टीका लाभार्थी को नहीं लगता तबतक व्यक्ति कोविड के संक्रमण से नहीं बच सकता। अतः केवल पहला टीका लगवाना ही प्रयाप्त नहीं है, समय पूर्ण होने पर अपनी दूसरे टीके की डॉज अवश्य लगवायें।
ए.डी.सी. रंजीत कौर ने कहा कि कोविड महामारी के समय में कोविड वैक्सीन लगाना अतिआवश्यक है, वैक्सीन लगवाने उपरान्त व्यक्ति में यदि कोविड संक्रमण होता भी है तो मरीज की स्वास्थ्य स्थीति गम्भीर नहीं होती। अतः सभी को स्वय् तथा अपने प्रियजन का कोविड वैक्सीन की दोनों डॉज का टीकाकरण अवश्य कराना चाहिये ताकि इस महामारी को जड से खतम किया जा सके। सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि विश्व में कोविड नये स्वरूप में आगया है, जिसे ऑमीक्रॉन नाम दिया गया है। अतः कोविड का वैक्सीनेशन जल्द से जल्द करायें ताकि जिले में इस नये वैरियेन्ट को फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही उन्होने सभी से कोविड स्वास्थ्य नियमों की भी दृडता से पालन करने का अग्रह किया है, जिससे की कोविड के फैलने का खतरा ना रहे। डॉ. दहिया ने बताया कि कोविड की रोकथाम के लिये पूरे जिले में कोविड वैक्सीन टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है तथा 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा रहा है। अतः सभी जिलावासी अपने नजदिकी टीकाकरण केन्द्र पर जाकर अपना टीकाकरण अवश्य करायंे।