बालकुंज के बच्चो की हस्तकला अंतराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में बनी आकर्षण का केंद्र
CITYLIFE HARYANA | कुरुक्षेत्र : अंतराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव करुक्षेत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग की और से एक अनूठी पहल की गयी है जिसमे बाल देख रेख संस्थानो में आश्रित बच्चों की हस्तकला अंतराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव करुक्षेत्र में प्रदर्शित की जा रही है, जिसमे बाल कुंज छछरौली में आश्रित बच्चों की हस्तकला को भी गीता जयंती में भेजा गया है। प्रदर्शनी में कलाकृति बिक्री की राशि को बच्चों के विकास पर प्रयोग किया जायेगा। प्रदर्शनी में महिला एवं बाल विकास विभाग से प्रशिक्षण विभाग से ट्रेनिंग मैनेजर शेफ़ी प्रुथी और विपुल ने प्रदर्शनी स्थल का जायजा लिया और इस उत्कृष्ट कार्य को सराहा।
महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी यमुनानगर सीमा प्रसाद ने बताया कि छछरौली बालकुंज के बच्चों द्वारा निर्मित हस्तकला को कुरुक्षेत्र गीता महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी में रखा गया है। प्रदर्शनी का उद्देश्य है कि बच्चों की कला के प्रति उत्साह वर्धन किया जाये, इन बच्चों में हुनर की कोई कमी नहीं है उनकी कला को निखार देने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग की और से बच्चों को हर प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमे कला हस्तकला के लिए भी बच्चों की प्रशिक्षित गया है ,बच्चों की विभिन प्रतियोगिताएं करवाई जाती है जिसमे बच्चे भाग लेते है और अपने भावों को उकेरते है। प्रदर्शनी के माध्यम से उनके भावों और उनके हुनर को पंख देने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यकारी जिला बाल संरक्षण अधिकारी आंचल त्यागी और लीगल अधिकारी रंजन शर्मा ने बताया की प्रदर्शनी को बेहद रोचक तरीके से सजाया गया है। जिसमे हस्तकला के साथ बच्चों से सम्बन्धित विषयों पर जानकारियां भी प्रदर्शित की गयी है। जिसमे आमजन की लिए व्यापक सूचनाएं शामिल है। मोके पर मुनीश कुमार, गुरप्रीत सिंह, प्रीति शर्मा मौजूद रहे।