विरोध प्रदर्शन 21वें दिन में प्रवेश
आचार्य वीरेंद्र ने कहा कि यह कार्य पर्यावरण व धर्म के खिलाफ है। इस कार्य के होने से आसपास के गांवो के लोगों का जीना भी दूभर हो जाएगा। ग्रामीणों का विरोध जायज है। जिसमें उनका गुरूकुल भी समर्थन करता है। अगर सरकार ने ग्रामीणों की इस मांग को नहीं माना तो वह अपने समर्थको के साथ यहां ग्रामीणों के पक्ष में आंदोलन पर बैठेगें और सरकार व प्रशासन का विरोध करेगें। किसान सभा के जिला अध्यक्ष जरनैल सिंह सांगवान व महीपाल चमरोड़ी ने कहा कि इस फैक्ट्री के यहां खुलने से क्षेत्र में पर्यावरण को नुकसान होगा।
इसी कारण ग्रामीण
खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। यहां होने वाले कार्य के कारण आसपास के किसानों
की भूमि भी प्रभावित होगी। जिससे उसकी उपजाऊ शक्ति कम हो जाएगी। अगर फैक्ट्री
मालिक यहां कोई कार्य करना ही चाहता है तो अन्य कोई और कार्य करे। राजपाल खरकाली
ने कहा कि गांव कांजनू में खोली जा रही यह फैक्ट्री ग्रामीणो के हित में नहीं है।
इससे पर्यावरण व धार्मिक कार्यो में अडचन आएगी। एक तरफ तो सरकार वन्य प्राणी रक्षा
तथा गऊ माता की जय की बड़ी बड़ी बातें करती है और दूसरी तरफ काजंनू में इस प्रकार
का कार्य किया जा रहा है। यह बूचडख़ाना यहां पर लगने से कई गांवो के लोग प्रभावित
होगें। जिससे इन गांवो में बीमारियां पैदा होने का खतरा बढ़ जाएगा। इस संघर्ष में
कांग्रेस पार्टी ग्रामीणों के साथ है। कांग्रेस पार्टी भी ग्रामीणों के हितों की लड़ाई
लडऩे के लिए तैयार रहेगी। गांव में किसी भी कीमत पर इस फैक्ट्री को नहीं लगने दिया
जाएगा। इस अवसर पर जयप्रकाश कांजनू, सचिन कांबोज, रामकुमार, मेहरसिंह, लक्ष्मीचंद, शिवकुमार संधाला, राजीव, रोशनलाल इत्यादि
उपस्थित थे।
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