नगर निगम ने टेंडर किया जारी, हर वार्ड में कचरा कलेक्शन को रखी जाएगी दो-दो ट्रैक्टर ट्रॉलियां
यमुनानगर। NEWS - शहर से जल्द ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की समस्या खत्म होगी। सभी वार्डों में कचरा कलेक्शन के लिए नगर निगम 44 छोटे ट्रैक्टर ट्रॉलियां लगाएगा। प्रत्येक वार्ड में दो ट्रैक्टर ट्रॉलियां लगाई जाएगी। जिसके माध्यम से रोजाना डोर टू डोर कचरा कलेक्शन किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने टेंडर जारी कर दिया है। इच्छुक एजेंसियां चार मई तक टेंडर भर सकती है। टेंडर होते ही कचरा कलेक्शन व्यवस्था बेहतर होगी। ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर चालकों, सहायकों व डीजल की व्यवस्था टेंडर लेने वाली एजेंसी ही करेगी।
बता दें कि कुछ दिन पहले डोर टू डोर कचरा उठान का टेंडर खत्म हो गया था। जिसके बाद से शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की समस्या पैदा हो गई थी। इसके समाधान के लिए नगर निगम ने टिप्परों के साथ साथ हर वार्ड में दो दो ट्रैक्टर ट्रॉलियां से कचरा कलेक्शन करने की तैयारी कर ली है। नगर निगम जल्द ही एजेंसी के माध्यम से 44 ट्रैक्टर ट्रॉली लेगा। जो प्रत्येक वार्ड में डोर टू डोर कलेक्शन का काम करेंगे। सभी ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर चालक व सहायक रखे जाएंगे। ट्रैक्टर के डीजल का खर्च, ड्राइवर व सहायकों का वेतन टेंडर लेने वाली एजेंसी देगी। मेयर मदन चौहान व नगर निगम उप निगम आयुक्त अशोक कुमार ने बताया कि शहर की सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए नगर निगम प्रयास कर रहा है। सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सभी वार्डों में नगर निगम 44 छोटे ट्रैक्टर ट्रॉलियां रखेगा। इसके अलावा जो टिप्पर पहले लगे हुए है, वे भी उसी तरह कचरा कलेक्शन का काम करते रहेंगे। टेंडर लेने वाली एजेंसी की एक करोड़ रुपये की टर्न ओवर हो। उसे कचरा लिफ्टिंग के कार्य व वाहन खरीदने का अनुभव हो। वह ब्लैकलिस्ट न हो। उन्होंने बताया कि टेंडर होते ही सभी वाहनों को वार्डों में कचरा कलेक्शन के लिए लगाया जाएगा। इससे हमारे शहर की कचरा कलेक्शन की समस्या खत्म होगी।
मेयर मदन चौहान ने कहा कि सभी वार्डों से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए 44 ट्रैक्टर ट्रॉलियों का टेंडर लगाया गया है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है। अलॉट होते ही व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी और कचरा कलेक्शन की समस्या खत्म होगी। हमारा शहर सुंदर, साफ व स्वच्छ बने, इसके लिए शहरवासी भी अपना योगदान दें और शहर को सबसे साफ व सुंदर बनाए
कार्यकारी अधिकारी सुशील भुक्कल ने बताया कि शर्तों के अनुसार टेंडर लेने वाली एजेंसी को सभी 44 ट्रॉलियों पर नीला रंग करवाना होगा और उसपर नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी व स्वच्छता संबंधित स्लोगन लिखवाने होंगे। इसके अलावा सभी ट्रैक्टर ट्रॉलियों में जीपीएस लगाए जाएंगे। जीपीएस के माध्यम से इन ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर निगरानी रखी जाएगी। एजेंसी को जीपीएस की रिपोर्ट हर माह बिल के साथ देनी होगी। यदि इसमें ट्रैक्टर ट्रॉली व चालक द्वारा गैर हाजिर व अपने रूट चार्ट के अलावा अन्य स्थानों पर पाए गए तो फर्म के बिल से रुपये काटे जाएंगे। इसके अलावा निगम अधिकारियों के निरीक्षण में यदि मौके पर वाहन कम मिले तो प्रति वाहन दो हजार रुपये जुर्माना फर्म को लगाया जाएगा। यह जुर्माना फर्म के मासिक बिल से काटा जाएगा।