कचरा डंप न होने देने को डंपिंग प्वाइंट पर कुर्सी लेकर बैठा फोटोग्राफर, खुले में कूड़ा न फेंकने की कर रहा अपील
पहले मेयर के निजी सहायक को फोन कर उठवाया कचरा, फिर लोगों को कचरा डंप न करने की अपील की
गुरुदत्त का कहना है कि आज नगर निगम शहर को सुंदर बनाने के लिए अनेक प्रयास कर रहे है। लेकिन यह प्रयास तब विफल हो जाते है, जब शहरवासी खुले में गंदगी फैलाते है। आज सिंगापुर सबसे सुंदर व साफ देश है। इंदौर देश का सबसे साफ शहर है। इसका कारण यह नहीं कि वहां सफाई कर्मचारी 24 घंटे सफाई करते है। सिंगापुर व इंदौर के साफ होने का कारण वहां की जनता का जागरूक होना है। वहां के लोग जागरूक है। वे कभी खुले में कचरा नहीं फेंकते। अपने घर में ही उन्होंने अलग अलग कूड़ेदान रखे हुए है। जिनमें वे गीला और सूखा कचरा अलग अलग करके निगम के वाहन में डालते है। जिससे उसके निपटान में भी कोई दिक्कत नहीं आती। हमारे शहर में तो लोग सड़कों, गलियों व चौकों पर ही कचरा डंप करते रहते है। इससे निगम के कर्मचारियों को भी कचरा उठाने में दिक्कत होती है। इसके बाद उस कचरे का निपटान करने में भी परेशानी आती है। जब तक शहरवासी खुले में कचरा डालना व अलग अलग जगहों पर कचरा डंप करना बंद नहीं करेंगे। हम साफ व सुंदर शहर की कल्पना नहीं कर सकते। शहर को सुंदर, साफ व स्वच्छ बनाने को सभी शहरवासियों को जागरूक होना होगा।