खाद के दामों में की गई बढ़ोतरी भी वापस ली जाए !
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Haryana Congress President, Kumari
Selja |
कहा कि प्रदेश की जनता का विश्वास खो चुका भाजपा-जजपा गठबंधन पिछले कुछ समय से लगातार जन विरोधी फैसले लेने पर उतारू है... कभी नौकरियों में खिलाड़ियों का कोटा खत्म करने की घोषणा करते हैं तो कभी गरीब परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा से वंचित रखने के लिए हरियाणा एजुकेशन रूल 134ए को खत्म किया जाता है। अब बिजली दरों में बढ़ाेतरी कर प्रदेश के हर व्यक्ति पर भार डाल दिया है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कहने को सिर्फ एक स्लैब में बिजली की दरें बढ़ाई गई हैं. लेकिन, इसका असर प्रदेश के अधिकतर परिवारों पर पड़ रहा है... प्रदेश की सरकार द्वारा लिए गए फैसले में 𝟏𝟎𝟎 से ज्यादा और अधिकतम 𝟏𝟓𝟎 यूनिट की खपत करने वालों को 𝟐𝟓 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा देने होंगे। सरकार एक ही झटके में एक साल में 𝟑𝟔𝟎 करोड़ रुपये से अधिक बटोरने का मंसूबा पाले हुए है। एक तरफ बिजली के कट बढ़ रहे हैं और दूसरी और दामों में बढ़ोतरी कर लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया जा रहा है।
सैलजा ने कहा कि खाद के दामों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है. इफको ने डीएपी खाद को 𝟏,𝟐𝟎𝟎 रुपये प्रति बोरी से बढ़ाकर 𝟏,𝟑𝟓𝟎 रुपये प्रति बोरी कर दिया है... यह 𝟏𝟐.𝟓 प्रतिशत की वृद्धि है। एनपीके उर्वरक की किस्म एक और दो की कीमत भी बढ़ा दी गई है। इसकी कीमत में भी 𝟐𝟎 रूपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी की गई है। वहीं एक और किस्म एनपीकेएस की कीमतों में भी वृद्धि की गई है। इसकी कीमत 𝟖.𝟓 प्रतिशत बढ़ाई गई है। इसका दाम 𝟏𝟐𝟗𝟎 से बढ़ाकर 𝟏𝟒𝟎𝟎 रूपये प्रति बोरी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। अन्य चीजों के दाम भी बहुत ही तेजी से बढ़ रहे हैं। किसानों की फसल की लागत भी नहीं निकल पा रही है। ऐसी कमरतोड़ महंगाई के समय में किसानों के लिए खाद के दामों में यह वृद्धि असहनीय है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार तुरंत प्रभाव से बिजली दरों में बढ़ोतरी के अपने आदेश को वापस ले। इसके साथ ही खाद के दामों में हुई बढ़ोतरी भी वापस ली जाए।