दिन रात चोरी का माल क्रशरों व प्लाटों पर तैयार कर गाड़ियों से बाजार भेजा जा रहा है
यूनिटस पर लगे हुए है स्टाक कोई चेक नहीं करता, कि आखिर कहां से आ रहा है माल
रिपोर्ट : खिजराबाद राजेंद्र कुमार
यमुनानगर DIGITAL DESK || कन्यावाला व बेलगढ़ खनन जोन में पिछले तीन माह में सैकड़ों करोड़ रुपये का खनिज अवैध रुप से निकाल लिया गया है। न किसी को रायल्टी देनी पड़ रही है न ही कोई जीएसटी,करोड़ों रुपये की रायल्टी की चोरी के साथ-साथ करोड़ों रुपये की जीएसटी की भी चोरी हो रही है।
लगातार तीन महीने से खुले आम सैकड़ों की संख्या में अर्थमूवर मशीने व एचएम दिन रात अवैध खनन में लगे हुए है। बल्लेवाला से लेकर बेलगढ़ व कन्यावाला की खेती योगय जमीनों को खोद खोद कर गहरे तालाब बना दिया गया है। यह पूरा काम खनन विभाग यमुनानगर के अधिकारियों की मिलीभगत से ही हो रहा है ऐसा आरोप ग्रामीण लगा रहे है, क्योंकि जब कोई अधिकारी या एजेंसी यहां पर कार्रवाई करने नहीं आती तो इसका क्या मतलब निकाला जाए।
बल्लेवाला क्रशर जोन में जिस तरह से अवैध रुप से जमीनें खोद कर रेत-बजरी व पत्थर निकाला जा रहा है। यह अपने आप में किसी बड़े घोटाले से कम नहीं है। सैकड़ों की संख्या में क्रशर व स्क्रीनिंग प्लांट आखिर किसकी शह पर दिन व रात के समय चल रहे है, हर रोज सैकड़ों वाहन रेत-बजरी पत्थर लेकर निकल रहे है, जबकि किसी के पास न तो सही बिल है न ही माल की आवक का वैध रास्ता। इसके बावजूद इस पूरे जोन में किसी को किसी का भय नहीं है।
मुजैहदवाला जंगल से होकर जो रास्ता बेलगढ़ की ओर जाता है कभी यहां पर दोनों ओर फसलें व घने जंगल लहलहाते थे, मगर अब दोनों ओर स्क्रीनिंग प्लांट व स्टोन क्रशर लग चुके है। इसके साथ ही दोनों ओर गहरे तालाब व नदियों जैसी हालत हो गई है। दिन रात एक कर जमीन से रेत-बजरी निकाला जा रहा है, जबकि यहां से एक तसला रेत का भी नहीं उठाया जा सकता।
बल्लेवाला जोन में अदंर घुसते ही बिल्कुल रास्ते के साथ अवैध खनन चल रहा है। कई दिन से यह खेल चल रहा है क्या खनन विभाग को इसका पता नहीं है। इसके अलावा कन्यावाला में दर्जनों की संख्या में जेसीबी मशीनें व एचएम घुस कर अवैध खनन करते देखे जा सकते है। न तो खनन विभाग का कोई गार्ड, कोई इंसपेक्टर न ही खनन अधिकारी यहां पर आते है। इसके साथ ही एनफोर्समेंट ब्यूरो का भी पता नहीं है कि आखिर यह एजेंसी किस लिए बनाई गई है।
बेलगढ़ में बनाई गई चौंकी के आस-पास खुल कर चलता है अवैध खनन
बेलगढ़ में पिछले लगभग एक दो वर्ष से एक पुलिस की चौंकी बनाई गई है ताकि मौके पर ही अवैध खनन को रोका जा सके, मगर चौकी के सामने से ही अवैध खनन सामग्री से भरी गाडियां निकल जाती है। कोई अवैध खनन रोकने नहीं आता है। जब भी अवैध खनन चल रहा होता है मौके पर कोई नहीं मिलता है। इसी तरह से खनन विभाग के अधिकारियों को बताने के बावजूद वह इस एरिया में नहीं घुसते हैं।
यमुना एरिया के साथ हो रहा अवैध खनन भी नहीं रोका जा रहा
यमुना नदी के साथ बेलगढ़ में जो पटरी बनाई गई है उसके पश्चिम की ओर लगातार अवैध खनन चल रहा है। मीडिया कर्मी तो इसको छापते ही है इसके अलावा आस-पास के ग्रामीण लगातार चल रहे अवैध खनन वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं इसके बाद भी प्रशासन की आंखों पर पटटी बंधी रहती है। पिछले मानसून सीजन में पटरी में जबरदस्त कटाव से दर्जनों गांवों के बाढ़ में डूबने का खतरा बन गया था, कटाव की वजह से कई जगह पटरी की चौड़ाई 10 फीट तक ही रह गई है। सिंचाई विभाग भी यहां पर करोड़ों का बजट खर्च करता है इस बार भी कई करोड़ रुपये इस पटरी की मरम्त के लिए आए है, मगर इस पटरी के साथ अवैध खनन को नहीं रोका जा रहा है। पहले भी नदी एरिया में पटरी के साथ लगते स्टडो के अंदर तक खोद दिया गया था। इसकी वजह से पटरी में कटाव शुरु हो गया। आज भी पटरी से कई मीटर दूर खड़े स्टडों को देखा जा सकता है, जिनके बीच से मैटिरियल को चोरी कर लिया गया। इस बारे में जब खनन अधिकारी ओमदत्त से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। सवाल कई खड़े होते है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है की इस पूरे एरिया को कैसे बचाया जा सकेगा।