15 साल बाद यह देखने को मिला है कि अप्रैल महीने में टेंपरेचर 47 डिग्री तक पहुंच गया.
यमुनानगर के बनसंतूर स्थित बने हाथी पुनर्वास केंद्र पालतू हाथियों की डायट मौसम के मुताबिक बदल दी गई है !
यमुनानगर।। पूरे उत्तर भारत में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। जितनी
तेजी से गर्मी अपने तेवर बढ़ा रही है,
उससे
इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी परेशान हैं। गर्मी के चलते यमुनानगर के बनसंतूर
स्थित बने हाथी पुनर्वास केंद्र पालतू हाथियों की डायट मौसम के मुताबिक बदल दी गई
है।
डायट में अब खाने के लिए उन्हें तरबूज, खरबूज, खीरे, मौसमी फल आदि को खुराक में
शामिल किया गया है। कलेसर नेशनल पार्क में विभागीय कार्यालय में बताया की मौसम
परिवर्तन के साथ साथ यमुनानगर के बनसंतूर स्थित बने हाथी पुनर्वास केंद्र पर रखे
गए पालतू मादा हाथियों की खुराक भी बदल दी जाती है। उन्होंने बताया कि नया डाइट
चार्ट 1 मई से सितंबर तक लागू रहेगा। सेंटर पर मोती, लिली,
लक्ष्मी, लक्ष्मी वन व चंचल नामक 5
मादा हाथियों को रखा गया है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि गन्ने के स्थान पर जानवरों की खुराक में अब हरी ज्वार को शामिल किया गया है। एक हाथी को 20 किलो सीजनल फ्रूट एंड वेजिटेबल शुरू किया गया है। हाथियों की खुराक में केला, दलिया, कद्दू को शामिल किया गया है। उनकी डाइट भी ऐसी कर दी गई है, जिससे उनके शरीर में पानी की कमी न आए।
सुनील तंवर ने बताया कि गर्मियों से हाथियों को निजात दिलाने के लिए बनसंतूर स्थित बने हाथी पुनर्वास केंद्र में हाथियों को दिन में दो बार ताजे पानी में नहलाया जाता है। आजकल घंटों तक हाथी पाउंड के गहरे पानी में मस्ती करते हैं। कलेसर नेशनल पार्क के जंगली हाथियों की मस्ती के लिए भी पक्के तालाबों में भरपूर पानी उपलब्ध है।