बिजली मंत्री रणजीत चौटाला का बिजली संकट को लेकर अजीब ब्यान, कहा जल्द ओर झुलस देने वाली गर्मी अचानक होना ये भी है बिजली संकट का कारण..
रोहतक: बिजली
मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा है कि जल्द ही बिजली संकट पर काबू पा लिया जाएगा
और सरकार की पहली प्राथमिकता लोगों तक पर्याप्त बिजली पहुंचाना है। हालांकि
उन्होंने कहा कि समय से पहले अत्याधिक गर्मी पड़ना और आसपास के प्रदेशों से
इंडस्ट्री हरियाणा में स्थापित होना बिजली संकट का कारण है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पास पर्याप्त मात्रा में कोयला है और
सभी फीडर बिजली बनाने वाले चल रहे हैं इसलिए जल्द ही बिजली संकट पर काबू पा लिया
जाएगा।
बिजली मंत्री ने हरियाणा कांग्रेस में कार्यकारिणी के गठन पर भी
सवाल उठाए और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम कार्यकारिणी को कमजोर कड़ी बताया
जो भाजपा के लिए रास्ता आसान करेगा।
अप्रैल महीने में अचानक गर्मी बढ़ने से बिजली संकट बना है यह बयान किसी और ने नहीं बल्कि हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला का है। आज वह रोहतक में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि 15 साल बाद यह देखने को मिला
है कि अप्रैल महीने में टेंपरेचर 47
डिग्री तक पहुंच गया जो बिजली संकट के लिए कारण है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने 5600 गांव जगमग योजना में लाए हैं इसलिए भी बिजली की खपत बढ़ी है जो बिजली संकट पैदा कर रहा है।
इसके अलावा रणजीत सिंह चौटाला
ने कहा कि दिल्ली में स्थित तमाम इंडस्ट्री हरियाणा की तरफ आ रही है इसलिए भी
बिजली की किल्लत हो रही है। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त मात्रा
में कोयला है और वह लोगों को जल्द से जल्द बिजली संकट से निजात दिलाएंगे।
रणजीत सिंह चौटाला ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर
भी सवाल उठाते हुए कहा कि जितने भी पदाधिकारी हरियाणा कांग्रेस में चुने गए हैं वह
सब जीरो हैं और ऐसे पदाधिकारियों के होते हुए हरियाणा भाजपा को कोई नहीं रोक सकता।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और क्षेत्रीय दल धीरे-धीरे खत्म
होते जा रहे हैं।
उन्होंने रणदीप सिंह सुरजेवाला की उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी
जिसमें उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया था कि हरियाणा गुजरात को बिजली सप्लाई कर रहा
है इसलिए बिजली की किल्लत हुई है, रणजीत
सिंह चौटाला ने कहा कि बिजली देना केंद्र के हाथ में होता है इसमें प्रदेश की कोई
भूमिका नहीं होती इसलिए उन्होंने जो आरोप लगाए हैं वह बेवजह है

