आतंकी उठा रहे है फर्जी आरसी का फायदा
यमुनानगर | NEWS - पिछले दिनों करनाल में पकड़े गए आतंकवादियों ने जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया था वह फर्जी रजिस्ट्रेशन की गाड़ी थी। उसका फर्जी रजिस्ट्रेशन भी यमुनानगर के उसी फर्जी आरसी घोटाले का हिस्सा है। जिसमें एक हजार के लगभग रजिस्ट्रेशन किए गए थे। यमुनानगर की सीआईए टीम ने नितिन शर्मा को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में नितिन शर्मा ने बताया कि उसने 70 गाड़ियों का फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाया था। पुलिस को उम्मीद है की इसमें और भी बड़े खुलासे हो सकते है।
यमुनानगर जिले में हुए सबसे बडे आरसी घोटाले में भले ही कई लोगों को जमानत मिल गई हो। लेकिन यहा से तैयार हुई आरसी अब आतंकी भी इस्तेमाल कर रहे है। दरअसल करनाल जिले में पकड़े गए आतंकियों से जो दो आरसी मिली थी वो यमुनानगर इलाके की निकली थी। जब इसमें जांच की गयी तो पता चला कि यह दोनों आरसी, यमुनानगर के गांव देवघर के लोगो के नाम पर थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि अंबाला जिले के साहा निवासी नितिन शर्मा भी इस पुरे मामले में शामिल है। उसने दिल्ली के पवन नामक व्यक्ति से 13 गाड़ियां ली थी। उनमें से 7 गाड़ियां जम्मू के राम नारायण जलवा को दी थी। जलवा ने यह गाड़ियां आतंकवादियों को दी थी। जो पंजाब से हरियाणा के रास्ते गाड़ियों में हथियार रख कर सप्लाई कर रहे थे। जिन्हें करनाल पुलिस ने बीते दिनों पकड़ा था। डीएसपी अशीष चौधरी ने इस बारे में प्रेसवार्ता कर जानकारी दी है।
करनाल में पकड़े गए आतंकियों के पास से मिली आरसी अंबाला निवासी नितिन ने तैयार की थी, हालाकि यमुनानगर में नौ सौ फर्जी आरसी तैयार कर तरहा तरहा के वाहनों पर लगाई गई थी। जिन्हें आपराधिक लोग भी इस्तेमाल कर रहे है। हालांकि नितिन ने 70 फर्जी आरसी तैयार की थी और अब पुलिस नितिन से इन आरसी के बारे में पूछताछ कर रही है कि इन लोगों ने यह आरसी कहा कहा दी है और इन आरसी पर कौन कौन से वाहन चल रहे है। अब पुलिस दूसरे आरोपी राम नारायण को भी यमुनानगर लाने की बात कह रही है, जिसके आने के बाद और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। क्योंकि राम नारायण जलवा के संपर्क में कौन कौन से स्लीपर सेलस है यह उससे पूछताछ के बाद ही खुलासा होगा।
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