विधानसभा और ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के मंच से गूंजेगी विरोध की आवाज.
Highlights
- जनता को राहत देने की बजाय उसकी जेब पर डाका डालने में लगी है सरकार
- बढ़े हुए रेट वापिस लेकर लोगों को स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करे सरकार
- सरकार ने 5 लाख 14 हजार बुजुर्गों और बेसहारा बच्चे की पेंशन काटी
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। पानी के रेट में बेतहाशा बढ़ोतरी करके बीजेपी-जेजेपी सरकार ने जनता के जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। उन्होंने कहा कि हरियाणा वाटर रिसोर्स अथॉरिटी की तरफ से जारी टैरिफ में पेयजल से लेकर इंडस्ट्री तक को मिलने वाले पानी में 𝟐𝟓𝟎 से लेकर 𝟓𝟎𝟎% तक की बढ़ोतरी की है।
आम आदमी को पीने के लिए मिलने वाले पानी के रेट को 𝟐𝟓 रुपये से सीधे 𝟓 गुना बढ़ाकर 𝟏𝟐𝟓 रुपये कर दिया है। पहले से ही हरियाणा की जनता देश में सबसे ज्यादा महंगाई की मार झेल रही है। प्रदेश की जनता पर अतिरिक्त बोझ डालकर सरकार ने एकबार फिर अपनी जनविरोधी मानसिकता का परिचय दिया है।
हुड्डा ने कहा कि महामारी, मंदी और महंगाई के बोझ तले दबी जनता को राहत देने की बजाय सरकार लगातार उसकी जेब पर डाका डालने में लगी है। सरकार को बढ़े हुए रेट फौरन वापस लेकर और आम आदमी को जरूरत के मुताबिक स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुजुर्गों और बेसहारा बच्चों को मिलने वाले पेंशन कटौती पर भी कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मार्च 𝟐𝟎𝟐𝟐 से लेकर अब तक सरकार 𝟓 लाख 𝟏𝟒 हजार लोगों की पेंशन काट चुकी है। इसमें 𝟒,𝟕𝟔,𝟎𝟎𝟎 बुजुर्ग और 𝟑𝟖,𝟎𝟎𝟎 बेसहारा बच्चे शामिल हैं, जिनको मिलने वाली आर्थिक मदद इस सरकार ने बंद कर दी है।
संवेदनहीनता की सारी हदें लांघते हुए बीजेपी-जेजेपी सरकार ने बेसहारों का सहारा छीनने से भी गुरेज नहीं किया। सरकार के ऐसे जनविरोधी फैसलों का कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। इसलिए हर मंच पर सरकार के ऐसे जनविरोधी फैसलों का कड़ा विरोध किया जाएगा। इसकी गूंज आने वाले विधानसभा सत्र में भी सुनाई देगी और 𝟐𝟏 अगस्त को यमुनानगर में होने वाले विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम में भी।
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