यमुनानगर | NEWS - हरियाणा एजुकेशन मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर प्रदेश भर से आए शिक्षा विभाग के लिपिकों ने गुप्ता पैलस के सामने इकट्ठे होकर मंत्री आवास की ओर कूच करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। हल्ला बोल प्रदर्शन की अध्यक्षता राज्य प्रधान संदीप सांगवान ने की। महासचिव हितेंद्र सिहाग ने कहा कि 17 मई को शिक्षा मंत्री ने हेमसा प्रतिनिधिमंडल को अपने चंडीगढ़ निवास पर बुलाकर आश्वस्त किया था कि सिन्योरटी लिस्ट अपडेट कर दो दिन में जारी कर दी जाएगी। एनिवेयर में ट्रांसफर लिपिकों के समायोजन व पात्र कर्मियों की प्रमोशन बारे विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है। परंतु तीन महीने बीत जाने के बाद भी एक भी काम नही हुआ। कोई कार्यवाही नही हुई है। मंत्री की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। लगभग 3 बजे शिक्षा मंत्री ने 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया। दोबारा मंत्री ने मांगो को जायज मानते हुए 23 अगस्त को सुबह 10-30 बजे उच्च अधिकारियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक निश्चित कर लिखित में पत्र हेमसा को दिया।
हेमसा नेताओ ने कहा कि प्रदेश की एक तरफ भाजपा-जजपा सरकार वायदा करके लिपिक का वेतन 35400 रुपए करने से मुकर गई है दूसरी ओर पुरानी पेंशन बहाली बारे तो मुख्यमंत्री ने विधानसभा में साफ इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार मांगो को लागू करने की बजाए हर रोज नई समस्या पैदा कर रही है। पहले मिडल स्कुलो की एक मात्र लिपिक की पोस्ट को केप्ट कर लिपिकों के दूरदराज ट्रांसफर किए गए। अब स्कूलों की मरजिंग व चिराग योजना की आड़ मे स्कूलों को बंद करने की साजिश रची जा रही है। नई स्टाफिंग पॉलसी से मिनिस्टीरियल स्टाफ के कैडर पर हमला बोला जा रहा है। इन हालात में सँघर्ष के इलावा कोई रास्ता नही बचता।
पुलिस ने वाटरकेनन का प्रयोग कर कर्मचारियों को खदेड़ा
अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले पूरे प्रदेश से आए स्टाफ ने यमुनानगर में शिक्षा मंत्री के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी इससे पहले भी कई बार शिक्षा मंत्री व अधिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से वार्तालाप कर चुके हैं और ऐसे में शिक्षा मंत्री ने इनकी सभी मांगों को जायज बताते हुए इनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन कई बार मंत्री व अधिकारियों से बातचीत होने के बाद अभी तक नोटिफिकेशन ना जारी होने के रोष स्वरूप आज भारी संख्या में स्टाफ ने प्रदर्शन किया और ऐसे में जैसे ही कर्मचारी शिक्षा मंत्री के निवास की तरफ बढ़े तो अग्रसेन चौक पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उनको रोक लिया, गुस्साए कर्मचारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ शिक्षा मंत्री के निवास पर जाने का प्रयास किया तो इस बीच पुलिस ने उनको खदेड़ने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग किया। जिसके बाद वाटर कैनन चलाये जाने से गुस्साई एसोसिएशन वही धरने पर बैठ गई और सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे।
आगामी आंदोलन
राज्य प्रधान ने एलान किया कि 15 सितम्बर को अम्बाला कमिश्नरी में आने वाले जिलो के कर्मचारी शिक्षा सदन पंचकूला पर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 20 अक्टूबर को रोहतक कमिश्नरी, 22 नवम्बर को गुरुग्राम ओर 23 दिसम्बर को हिसार कमिश्नरी के जिलो के कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। इसी के साथ सितम्बर व अक्टूबर मास में प्रदेश के सभी सत्ता पक्ष व विपक्ष के सभी विधायकों को ज्ञापन भी दिए जाएंगे। प्रदर्शन में कर्मचारियों को इन नेताओं ने संबोधित किया सर्व कर्मचारी संघ के राज्य महासचिव सतीश सेठी , सर्व कर्मचारी संघ के राज्य प्रेस प्रवक्ता इंद्र सिंह बाधाना और आल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के राज्य प्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र यादव , हेमसा राज्य कमेटी मुकेश खरब , सावित्री देवी , अनीत रानी , सुमन देवी , सुमन बाल्यान , विनीता पटवा , विजय लाम्बा , कमलकांत सहरावत , राजेश लाम्बा , सुजान मालड़ा , बलबीर कुम्हारिया , राजेन्द्र सिंह , अरविन्द चौहान , लखबीर तंवर , अनील यादव , सदा राम , बिजेंद्र सिंह , सतीश वर्मा , अनिल सिंगला , रणबीर रोहिला , कमलजीत बख्तुआ , रमेश कम्बोज आदि शामिल रहे।
READ ALSO - Radaur- रक्तदान शिविर का किया आयोजन, 125 लोगों ने किया रक्तदान