सीता राम येचुरी। 𝐅𝐚𝐭𝐞𝐡𝐚𝐛𝐚𝐝
आज के दिन उसूलों के आधार पर राजनीति खत्म होती जा रही है। चौधरी देवी लाल ने उसूलों की खातिर प्रधानमंत्री का पद ठुकराया वहीं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे ज्योति बसु जी ने कई बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिलने के बावजूद उसूलों की खातिर मना कर दिया। ताऊ देवी लाल ने किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम दिलवाए।
येचुरी ने कहा कि देश में लूट मची है। भाजपा सरकार पूंजीपतियों को सरकारी सम्पत्तियां बेच रही है। अमीर और ज्यादा अमीर व गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है। सरकारी सम्पत्तियां आम लोगों की सम्पत्ति है। अगर कोई उनकी सम्पत्ति को बेचेगा तो उसकी मालिक जनता सरकार को ही बदल देगी।
येचुरी ने कहा कि देश में लूट मची है। भाजपा सरकार पूंजीपतियों को सरकारी सम्पत्तियां बेच रही है। अमीर और ज्यादा अमीर व गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है। सरकारी सम्पत्तियां आम लोगों की सम्पत्ति है। अगर कोई उनकी सम्पत्ति को बेचेगा तो उसकी मालिक जनता सरकार को ही बदल देगी।
आज देश में नफरत की राजनीति हो रही है और जिस देश में ऐसा होता है उसकी देश की कभी तरक्की नहीं हो सकती। भाजपा और देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि आज अमृतकाल आ गया है। अमृत समुद्र मंथन से पैदा हुआ था, उसके साथ ही विष भी पैदा हुआ था, वो अमृत राक्षसों के हाथ लग गया था।
ऐसे ही 75 सालों बाद देश में जो अमृत निकला है वो राक्षसों के हाथ लग गया है, हमें वो अमृत वापस लेकर आना है। यह मेरे ‘मन’ की बात नहीं ‘दिल’ की बात है कि भारत को बचाने के लिए हमें यह संकल्प लेना अनिवार्य है कि आने वाले दिनों में भाजपा को सत्ता से बाहर कर एक बेहतर भारत का निर्माण करें।
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