हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में हलचल शुरू हो चुकी है… सिख संगत ने नई एडहॉक कमेटी पर एतराज जताया था.
यमुनानगर, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान बनने से पहले ही कमेटी में बगावत के सुर दिखने को मिले… जिस प्रधान ने कमटी के लिए जी तोड मेहनत की आज कमेटी बनने से पहले उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा के राज्यपाल को भेज रहे है।
जगदीश सिंह झिंडा ने कहा कि कल (रविवार) कुरुक्षेत्र में सिख संगत की एक बड़ी बैठक रखी गई है। जिसमें सिख संगत बैठक में जो निर्णय लेगी। उस हिसाब से भविष्य की रणनीति तय की जाएगी।
यमुनानगर शनिवार को पहुंचे जगदीश सिंह झिंडा ने जिमखाना क्लब में की गई प्रेसवार्ता के दौरान पूछा बेहद खास सवाल कि क्या आप अब शिरोमणी अकाली दल का भी दामन थाम सकते है… उन्होंने कहा कि अकाली दल वाले भी हमारे भाई हैं। 1920 को शिरोमणि अकाली दल की स्थापना हुई थी। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक हमारी पार्लिमेंट है। हमारी तो राज्य स्तरीय कमेटियां बनी हुई है। राज्य स्तरीय कमेटियों की किसी भी इंसान के साथ कोई लड़ाई झगड़ा नहीं है। लड़ाई केवल विचारों की होती है… हो सकता है आने वाले समय में हमारे साथ उनके विचार मिल जाए।
यमुनानगर शनिवार को पहुंचे जगदीश सिंह झिंडा ने जिमखाना क्लब में की गई प्रेसवार्ता के दौरान पूछा बेहद खास सवाल कि क्या आप अब शिरोमणी अकाली दल का भी दामन थाम सकते है… उन्होंने कहा कि अकाली दल वाले भी हमारे भाई हैं। 1920 को शिरोमणि अकाली दल की स्थापना हुई थी। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक हमारी पार्लिमेंट है। हमारी तो राज्य स्तरीय कमेटियां बनी हुई है। राज्य स्तरीय कमेटियों की किसी भी इंसान के साथ कोई लड़ाई झगड़ा नहीं है। लड़ाई केवल विचारों की होती है… हो सकता है आने वाले समय में हमारे साथ उनके विचार मिल जाए।
इस मौके पर उनके साथ जोगा सिंह, कश्मीर सिंह, जोगेंद्र सिंह झिंडा, दलजीत सिंह बाजवा, बाबा सोरन सिंह मुख्य रूप से शामिल रहे।